
यूपी के महराजगंज जिले में एक किन्नर के घर में हुई लाखों के गहनों की चोरी का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. सबसे अहम बात ये है कि इस मामले का खुलासा पुलिस ने फेसबुक की मदद से किया है. पुलिस फेसबुक पर एक पोस्ट देखकर ही आरोपी चोर तक पहुंची और उसे पकड़ लिया. हालांकि पुलिस को उसे पकड़ने के लिए यूपी समेत तीन राज्यों की खाक छाननी पड़ी.
महराजगंज के पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि बीती 24 जून को पुरन्दरपुर थानाक्षेत्र के गजपति गांव में रहने वाले रजनी किन्नर के घर से सोने का हार, माथे का टीका, अंगूठी, कान की बाली, झूमका और चांदी के जेवर चोरी हुए थे, जिनकी कीमत लाखों रुपये थी. वो सारे गहने किन्नर रजनी की सारी जिंदगी की कमाई थी. जिसकी पोटली गायब थी. दो दिन तक परेशान रहने के बाद रजनी ने पुलिस के पास जाने का फैसला किया.
26 जून को रजनी किन्नर बिना किसी की मदद के खुद शिकायत लेकर पुरन्दरपुर थाना पर पहुंची. वहां रजनी ने प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार राय को पूरी घटना की जानकारी देकर बताया कि उसके घर पिछले कुछ महीने से राजस्थान के अलवर जिला निवासी काजल नाम की किन्नर अपने एक साथी आकाश के साथ रह रही थी. वे हरियाणा के रहने वाले हैं. दोनों इलाके में घर-घर जाकर बधाई लेते थे. पर वे दोनों राजस्थान और हरियाणा में कहां के रहने वाले हैं, ये रजनी को नहीं पता था.
इसे भी पढ़ें-- सांसद अतुल राय ने बताया था बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी से जान का खतरा, खुफिया रिपोर्ट में पुष्टि
फेसबुक ने खोला चोरी का राज
प्रभारी निरीक्षक ने किन्नर रजनी की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया और छानबीन शुरू कर दी. मामला संज्ञान में आने के बाद एसपी प्रदीप गुप्ता ने स्वाट और सर्विलांस टीम को भी इस केस की जांच में लगा दिया. पुलिस ने सबसे पहले काजल और आकाश के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगा दिया. लेकिन दोनों के नंबर बंद थे. फिर पुलिस ने फेसबुक पर दोनों के कॉमन दोस्तों का पता लगाकर तलाश शुरू की.
इसी बीच काजल ने पंजाब से अपने फेसबुक पर किन्नर रजनी का चोरी किया गया हार पहनकर एक फोटो अपलोड किया. उसकी लोकेशन मिलते ही पुलिस टीम पंजाब रवाना हो गई. पर काजल और आकाश अपनी लोकेशन और मोबाइल नंबर बदलते रहे. यूपी पुलिस की टीम पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में काजल और आकाश की तलाश करती रही. लेकिन वो हाथ नहीं आए. मगर इसी बीच वे दोनों महराजगंज वापस आ गए.
तभी पुरन्दरपुर थानाक्षेत्र के पैसिया चौराहे पर सोमवार को उनकी लोकेशन पुलिस को मिली. इसके बाद पुरन्दरपुर थाना प्रभारी रवि कुमार राय और स्वाट टीम प्रभारी शशांक शेखर राय टीम के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों को पकड़ लिया. उनके पास से किन्नर रजनी के घर से चोरी हुए छह लाख रुपये के सभी गहने बरामद कर लिए गए. दोनों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस टीम ने पूछताछ शुरू की.

25 वर्षीय काजल उर्फ राहुल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वो पैदाइशी किन्नर नहीं है. नाच-गाने के शौक के चलते वो किन्नर जैसा बन गया और अपना नाम राहुल से बदल कर काजल रख लिया. वो हमेशा औरतों वाली ड्रेस ही पहनता था. श्रृंगार भी करता था.
वो राजस्थान के कर्मीकोट थाना मुंडावर, जिला अलवर का रहने वाला है. जबकि उसका साथी आकाश पुत्र मनोहर लाल वार्ड नंबर 18, रविदासनगर गली नम्बर तीन, मंडी डबबाली, जिला सिरसा, हरियाणा का निवासी है. वह काजल के साथ रहकर बाजा बजाता है.
पुलिस ने चोरी के गहने बरामद होने के बाद किन्नर रजनी को थाने बुलाकर पहचान कराई. रजनी फौरन गहनों को पहचान गई. इस दौरान उसकी आंखों से आंसू छलक गए. किन्नर रजनी ने बताया कि पांच माह पहले काजल अपने साथी आकाश के साथ उसके पास आई थी. तब उसे नहीं पता था कि काजल नकली किन्नर है. उसने उन दोनों की बातों पर भरोसा कर उन्हें अपने घर में शरण दे दी. लेकिन उन दोनों ने उसका भरोसा तोड़ दिया.
पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि चोरी का यह मामला बेहद पेचीदा था. क्योंकि दोनों आरोपियों का पता नहीं मालूम था. दोनों आरोपियों ने अपने मोबाइल भी बंद कर दिए थे. इस वजह से वो ट्रेस नहीं हो पा रहे थे. लेकिन इसी बीच काजल ने फेसबुक पर अपना फोटो अपलोड कर दिया.
उस फोटो में राहुल उर्फ काजल ने वही हार पहना था, जो किन्नर रजनी के घर से चोरी हुआ था. बस पुलिस ने उसी सबूत के सहारे मामले का खुलासा किया है. आरोपियों से बरामद किए गए गहनों को सीलकर चार्जशीट के साथ कोर्ट में दाखिल किया जाएगा. कोर्ट के आदेश पर किन्नर रजनी को उसके गहने वापस मिल जाएंगे.