उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में 28 साल बाद रेप पीड़िता को न्याय मिला है. इस जंग में महिला को बेटे का साथ मिला. पुलिस ने रेप के आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. दूसरा आरोपी फरार है और उसे पकड़ने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है.
दिल को झकझोर देने वाला मामला कुछ ऐसा है. पीड़िता ने बताया कि साल 1994 का वक्त था. उसकी उम्र 13 साल थी. उस समय वह इंदिरा नगर के एक मोहल्ले में अपने बहन-बहनोई के पास रहती थी. बहनोई प्राइवेट नौकरी करते थे, जबकि बहन स्कूल में पढ़ाती थी. घर पर जब वह अकेली होती थी तो पास के मोहल्ले को दो लोगों ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया था. वह गर्भवती हो गई और 9 माह बाद उसने एक बेटे को जन्म दिया. इस नवजात को हरदोई जिले की एक दंपत्ति को गोद दे दिया गया.
वर्ष 2000 में उसकी शादी गाजीपुर जिले में एक शख्स से कर दी गई. कुछ समय बाद उसके पति को रेप के बारे में पता चल गया और उसने तलाक दे दिया. इस बीच रेप के बाद हुए बेटे को जब इस सच्चाई का पता लगा तो वह अपनी मां के पास लखनऊ पहुंच गया. बेटे के कहने पर मां ने 27 साल बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ 4 मार्च 2021 को रेप का मुकदमा दर्ज कराया. 7 अप्रैल, 2022 को जब पुलिस ने आरोपियों की डीएनए जांच कराई तो एक आरोपी के डीएनए से मैच हो गया. पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए आरोपी को सदर बाजार से गिरफ्तार कर लिया.
इस मामले में एसपी सिटी संजय कुमार ने बताया कि पुलिस ने डीएनए जांच मिलान होने के बाद एक आरोपी को अरेस्ट कर लिया है. दूसरे आरोपी की तलाश जारी है. उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.