Parliament Security Breach: संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी पर सुरक्षा में सेंध लगाकर हंगामा करने वाले पांच आरोपियों को लेकर दिल्ली पुलिस गुजरात पहुंच गई है. वहां गांधीनगर के फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में उनका नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट किया जा रहा है. इसके लिए घुसपैठ के मास्टरमाइंड ललित झा, महेश कुमावत, अमोल शिंदे, सागर शर्मा और मनोरंजन डी ने पहले अपनी सहमति दे दी थी.
जानकारी के मुताबिक, ललित झा, महेश कुमावत और अमोल शिंदे का पॉलीग्राफ टेस्ट किया जा रहा है, जबकि सागर शर्मा और मनोरंजन डी का पॉलीग्राफ टेस्ट, नार्को एनालिसिस और ब्रैन मैपिंग किया जा रहा है. इस केस की एक अहम आरोपी नीलम आजाद ने पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए तैयार नहीं हुई थी, जिसके बाद उसे छोड़ दिया गया. इस मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम आरोपियों के लेकर गुजरात पहुंची है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सभी आरोपियों का नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट सहित अन्य परीक्षण शुक्रवार तक पूरा कर लिया जाएगा. इस दौरान संसद में घुसपैठ की साजिश से जुड़ी कई अहम बातें सामने आ सकती है. पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस कांड को अंजाम देने वाले सभी आरोपियों के पीछे कौन है? देश के अलग-अलग राज्य में रहने वाले ये लोग एक साथ एक मकसद के लिए कैसे एक साथ आए थे?
13 दिसंबर 2023 को आतंकी हमले की बरसी पर हंगामा
बताते चलें कि 13 दिसंबर 2023 को संसद में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब सदन के अंदर और बाहर हंगामा हो गया. लोकसभा में दो लोग विजिटर्स गैलरी से कूद आए और पीले रंग का स्प्रे छिड़क दिया. वहीं, संसद भवन के बाहर भी दो लोगों ने ऐसा ही किया. इस पूरे मामले में 6 लोगों के खिलाफ आतंकवाद रोधी कानून यूएपीए के तहत केस दर्ज किया गया है. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि वो लोग किसान आंदोलन, मणिपुर हिंसा, बेरोजगारी जैसे देश की समस्याओं से परेशान थे, इसलिए उन्होंने ये सब किया. वो लोग ऐसा करके इन मुद्दों के पर ध्यान आकर्षित करना चाहते थे.
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ललित ने संसद के बाहर हुए हंगामे का बनाया था वीडियो
इस मामले में सागर शर्मा, मनोरंजन डी, अमोल शिंदे, नीलम आजाद, विशाल शर्मा और ललित झा को आरोपी बनाया गया है. लोकसभा चैम्बर में कूदने वालों में सागर शर्मा और मनोरंजन डी. शामिल थे. शून्यकाल के दौरान ये लोग कूदे थे. इन्होंने कनिस्तर से पीले रंग का धुआं छोड़कर नारेबाजी की थी. उसी समय सागर और मनोरंजन लोकसभा के अंदर हंगामा कर रहे थे. संसद भवन के बाहर अमोल शिंदे और नीलम देवी ने 'तानाशाही नहीं चलेगी' के नारे लगाकर वही पीले रंग का धुआं छोड़ा. जिस वक्त नीलम और अमोल पीले रंग का स्प्रे रहे थे, तब ललित झा उनकी हरकत का वीडियो बना रहा था.
संसद में घुसपैठ की आरोपियों ने ऐसे रची थी साजिश
साल 2022 में ललित, सागर और मनोरंजन ने मैसूर में मुलाकात की थी. इस दौरान इन तीनों ने संसद में घुसपैठ का प्लान बनाया. इसके बाद इसमें नीलम और अमोल भी शामिल हो गए. ललित झा एक टीचर है. इस साजिश का मास्टरमाइंड वही है. उसके निर्देश पर ही मनोरंजन ने इस साल जुलाई में संसद भवन के सभी एंट्री प्वॉइंट की रेकी की थी. अब तक की जांच में सामने आया है कि जुलाई में जब मॉनसून सत्र चल रहा था, तब मनोरंजन विजिटर पास बनवाकर संसद के अंदर गया. यहां उसे पता चला कि विजिटर के जूतों की चेकिंग नहीं की जाती है. इसलिए वो लोग जूते में स्प्रे छुपाकर लाए थे.