महाराष्ट्र के नवी मुंबई से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पोस्टल सेविंग्स स्कीम में निवेश कराने के नाम पर एक बुजुर्ग महिला ने लाखों रुपये की ठगी कर डाली. पुलिस के अनुसार, एक 60 वर्षीय महिला एजेंट ने कई सालों तक जमाकर्ताओं का विश्वास जीतकर उनसे लाखों रुपये इकट्ठा किए और फरार हो गई.
पुलिस ने दर्ज की FIR
यह मामला सामने आने के बाद ठाणे पुलिस ने इसकी तुरंत जांच शुरू कर दी. पांच महिलाएं इस स्कैम का शिकार बनीं, जिन्होंने पोस्ट ऑफिस की तरह भरोसेमंद योजना समझकर अपना पैसा निवेश किया था. शिकायत मिलने के बाद खंडेश्वर पुलिस स्टेशन में आरोपी महिला एजेंट के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 316(5) (क्रिमिनल ब्रीच ऑफ ट्रस्ट) और 318(4) (धोखाधड़ी) के तहत FIR दर्ज दर्ज की है.
यह धाराएं गंभीर अपराधों की श्रेणी में आती हैं, जिनमें विश्वसनीयता का दुरुपयोग और निवेशकों को ठगना शामिल है. असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर शरद पवार ने बताया कि शिकायत की पुष्टि के बाद तुरंत मामला दर्ज कर जांच आगे बढ़ाई जा रही है.
11 सालों तक किया गया था निवेश
सूत्रों के मुताबिक, यह पूरा धोखाधड़ी का मामला सितंबर 2014 से जून 2025 के बीच किए गए निवेश से जुड़ा है. इतने लंबे समय तक योजना को चलाकर आरोपी ने खुद को भरोसेमंद एजेंट के रूप में स्थापित किया, ताकि लोग बिना शक किए पैसे जमा करते रहें. धीरे-धीरे बड़ी रकम जमा होने के बाद उसने इसे अपने निजी इस्तेमाल के लिए डायवर्ट कर दिया. इस दौरान पीड़ित महिलाएं नियमित रूप से पैसे जमा करती रहीं और रिटर्न की उम्मीद करती रहीं.
95 लाख की ठगी
इस केस में पांच हाउसवाइव्स ठगी का शिकार बनी हैं. आरोपी महिला एजेंट ने उन्हें कई तरह की पोस्टल सेविंग्स स्कीम के नाम पर निवेश के लिए तैयार किया. महिलाओं ने मिलकर कुल 95 लाख रुपये जमा किए थे. लेकिन जैसे ही उन्होंने अपना डिपॉजिट और रिटर्न निकालने की कोशिश की, तब पूरी सच्चाई सामने आई. शिकायतकर्ताओं के अनुसार, आरोपी महिला एजेंट ने पैसे वापस नहीं किए साथ ही वो ऑफिस आने के नाम पर भी बहाने बनाती थी.
अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं
ठाणे पुलिस का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच तेजी से की जा रही है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है. पुलिस यह पता लगा रही है कि ठगी की गई रकम कहां और कैसे खर्च की गई. साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि क्या इस पूरे स्कैम में कोई और व्यक्ति भी शामिल था. पीड़ित महिलाएं पुलिस से जल्द कार्रवाई की उम्मीद कर रही हैं, ताकि उन्हें उनका निवेश वापस मिल सके.