उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के परसारा गांव में मंगलवार को चलती ट्रेन के आगे कूदने से 24 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई. इस मामले में खुदकुशी की आशंका जताई जा रही है. इस घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
एसएचओ चंद्रभूषण मौर्य ने बताया कि ये घटना डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) रेलवे लाइन पर हुई. सामने से तेज गति से आती ट्रेन को देखते ही व्यक्ति ट्रैक पर कूद गया. इससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई. इसके बाद ट्रेन के लोको पायलट ने स्टेशन मास्टर को सूचित किया. उन्होंने जीआरपी और स्थानीय पुलिस को सूचित किया.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि ने शव बरामद करके पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. मृतक की पहचान कौशांबी के रक्सवारा गांव निवासी इंद्रपाल के बेटे शिवचंद्र (24) के रूप में हुई है. उसकी जेब से मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान की पुष्टि हुई है. शिवचंद्र के परिवार ने पुलिस को बताया कि वो कई दिनों से बीमार था. डिप्रेशन से जूझ रहा था.
एसएचओ ने आगे बताया कि प्रारंभिक जांच में ये बात सामने आ रही है कि गंभीर भावनात्मक और शारीरिक परेशानी के कारण युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या की है. उसके शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. इसके साथ ही परिजनों से पूछताछ की जा रही है. आगे की कानूनी प्रक्रिया भी साथ में चल रही है.
बताते चलें कि अप्रैल महीने में कौशांबी जिले के चौराडीह गांव में पारिवारिक प्रतिबंधों से परेशान होकर प्रेमी-जोड़े ने एक साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया था. दोनों शव एक ही कमरे में लटकते हुए पाए गए थे. 21 वर्षीय रंजीत और 19 वर्षीय सरिता के शव कमरे में एक ही दुपट्टे से लटक रहे थे.
बताया जा रहा है कि दोनों एक-दूसरे के पड़ोसी थे. लंबे समय से एक-दूसरे से प्रेम करते थे. इसी बीच सरिता की शादी तय हो गई. अगले महीने शादी होनी थी, लेकिन वो अपने प्रेमी से अलग होने को लेकर चिंतित थी. इसी मानसिक दबाव के कारण दोनों ने आत्मघाती कदम उठाया. इसके बाद एक साथ फांसी के फंदे से झूलकर अपनी जान दे दी.
नोट:- (यदि आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)