
यूपी के कानपुर में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो गे डेटिंग ऐप (Gay Dating App) के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसाकर पैसे ऐंठता था. इस गिरोह के लोग पहले तो डेटिंग ऐप के जरिए लोगों से दोस्ती करते फिर घर बुलाकर उनका अश्लील वीडियो बना लेते थे. बाद में यही वीडियो दिखाकर उनसे पैसे हड़पते थे और नहीं देने पर मारपीट करते थे.
इतना ही नहीं गिरोह के लोग पीड़ित को ब्लैकमेल भी करते थे. पीड़ित को धमकी दी जाती थी अगर उसने मुंह खोला तो घरवालों और दोस्तों को उसका वीडियो सेंड कर दिया जाएगा. डर और शर्म के मारे पीड़ित पैसे देकर अपनी जान छुड़ाता था.
पुलिस की मानें तो पिछले 8 अगस्त को एक मामला सामने आया था जिसके मुताबिक एक शख्स को कुछ लोगों ने गे डेटिंग ऐप के जरिए सेक्सुअल इंटरकोर्स करने के बहाने घर पर बुलाया. लेकिन घर पर मौजूद लोगों ने शख्स के साथ मारपीट कर उसका नेकेड वीडियो बना लिया. फिर वीडियो को घरवालों को भेजने की धमकी देने लगे. ब्लैकमेल करते हुए उससे मोटी रकम अपने बैंक खाते से ट्रांसफर करवा ली.

जब जांच हुई तो पता चला कि यह गिरोह स्टूडेंट का एक ग्रुप है, जो कानपुर में पॉलिटेक्निक और एसएससी की तैयारी कर रहा था. इन लोगो ने 'ब्लूड्ड' नाम के गे डेटिंग ऐप पर रजिस्ट्रेशन कराया हुआ था जिससे यह उन लोगों के संपर्क में आते थे जो इस ऐप पर रजिस्टर्ड होते थे. ये लोग ऐप पर मिले किसी शख्स से दोस्ती कर उनको अपने घर बुलाते फिर डरा-धमका कर पैसे लूटते.
मामले में एडिशनल DCP लखन यादव ने बताया कि अब तक 9 से 10 लोगों के साथ ऐसी घटना हो चुकी है. अभी और भी केस सामने आ सकते हैं. फिलहाल, पुलिस ने गिरोह के 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
एक पीड़ित ने बताया कि एक व्यक्ति के साथ फेसबुक पर दोस्ती की गई और बीयर पीने के बहाने उसे घर बुलाया गया. जैसे ही वह घर पहुंचा और उसने बीयर पीना शुरू किया उतने में पीछे से कई लोग आ गए और उसके साथ अभद्रता और मारपीट शुरू कर दी. उन्होंने अश्लील वीडियो बना लिया और घरवालों को भेजने की धमकी देकर उससे 25000 रुपये अकाउंट से जबरन ट्रांसफर करवा लिए.
वहीं, दूसरे पीड़ित के मुताबिक जो कि रिकवरी एजेंट का काम करता है, ने बताया कि ऑक्शन में आई प्रॉपर्टी को बेचने के बहाने घर बुलाया गया और फिर मारपीट और लूट की वारदात को अंजाम दिया गया.