दिल्ली पुलिस ने दो ऐसे युवकों को गिरफ्तार किया है, जिनकी नौकरी लॉकडाउन में चली गई तो वो दोनों अपना खर्च चलाने के लिए लूटपाट करने लगे. उनमें से एक युवक की गर्लफ्रेंड भी बेरोजगार हो गई थी. वो इस बात से भी परेशान थे. अपराधी बनने से पहले ये दोनों एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे.
साउथ ईस्ट दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियों की पहचान सोनू कुमार और हार्दिक के रूप में हुई है. पुलिस के मुताबिक प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले सोनू और हार्दिक की नौकरी लॉकडाउन में चली गई. इस दौरान सोनू कुमार की गर्लफ्रेंड भी बेरोजगार हो गई, जो टेली कॉलर थी.
इसके बाद सोनू कुमार ने अपने दोस्त हार्दिक के साथ मिलकर लूटपाट की साजिश रची. हार्दिक भी एक कंपनी में काम करता था, लेकिन उसकी नौकरी भी जा चुकी थी. दोनों ने प्लान बनाया कि पैदल आने-जाने वाले राहगीरों से ही लूटपाट करेंगे. 12 मई को दोनों ने पहली वारदात को अंजाम दिया.
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उस दिन दोपहर के करीब एक बजे एक रोमानियाई महिला साइकिल से जा रही थी. तभी डिफेंस कॉलोनी फ्लाई ओवर के पास तेज़ रफ़्तार से एक बाइक आई और उसका रास्ता रोक दिया. इससे पहले कि वो विदेशी महिला कुछ समझ पाती, बाइक सवार युवकों ने उसका पर्स झपट लिया और दोनों मौके से फरार हो गए. महिला ने पुलिस को बताया कि दोनों ने हैलमेट लगा रखा था.
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने लाजपत नगर थाने में एफआईआर दर्ज की और जांच शुरू कर दी. पुलिस ने मौका-ए-वारदात के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो उन्हें बाइक का नंबर दिख गया. उसी के आधार पर सोनू कुमार और हार्दिक को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आरोपियों के पास से लूटे गए 3 मोबाइल फोन और रोमानियाई महिला से छीना गया पर्स भी बरामद कर लिया.
महिला ने पुलिस को बताया था कि वो किसी काम से बैंक गई थी. वारदात के वक्त वो साइकिल से वापस अपने घर जा रही थी. तभी वो लूट का शिकार हो गई. उसके बैग में 5 हजार कैश, रोमानिया का आईकार्ड, पासपोर्ट, मोबाइल और जेएनयू का आइकार्ड था. पुलिस ने सभी सामान बरामद कर लिया है. साथ ही आरोपियों के कब्जे से 42 हजार का कैश भी बरामद हुआ है.