मध्य प्रदेश पुलिस ने फॉरेक्स ट्रेडिंग का लालच देकर एक शख्स से 5 करोड़ रुपए की ठगी के आरोप में साइबर गिरोह के पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने पीड़ित शिकायतकर्ता से फर्जी मुनाफा दिखाने वाला एक सॉफ्टवेयर 'एमस्टॉक मैक्स' डाउनलोड करवाया था. इसके बाद उसे जाल में फंसाकर पैसे लूट लिए थे.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले के सामने आने के बाद इंदौर क्राइम ब्रांच ने महाराष्ट्र के नागपुर, छत्तीसगढ़ के रायपुर, गुजरात के सूरत और भरूच से आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं. साइबर ठगों ने शुरू में पीड़ित से 10 हजार रुपए के निवेश पर 40 हजार रुपए का फर्जी मुनाफा दिखाकर लालच दिया था.
इसके बाद गिरोह ने शिकायतकर्ता से 4.85 करोड़ रुपए विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर करने के लिए सहमत कर लिया था. सॉफ्टवेयर में 16 करोड़ रुपए का 'मुनाफा' दिखाए जाने के बाद शिकायतकर्ता ने जब पैसे निकालने की कोशिश की तो उसमें पैसा ही नहीं था. इसके बाद गिरोह के सदस्यों ने उससे संपर्क तोड़ लिया.
ठगी का एहसास हो जाने के बाद पीड़िता ने इंदौर के साइबर सेल में अपनी शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद जांच के दौरान इंदौर क्राइम ब्रांच ने इस मामले में चार आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. हाल ही में पांचवें आरोपी हिरेन पटेल को गुजरात के भरूच जिले से हिरासत में लिया गया है.
हिरेन पटेल ने पुलिस को बताया कि उसने 'मानव एंटरप्राइजेज' नाम से एक फर्जी कंपनी बनाई थी. इसके गिरोह के कुछ सदस्यों को 50 लाख रुपए ट्रांसफर किए थे. इसमें से 30 लाख रुपए दुबई भेजे गए. पुलिस ने अब तक शिकायतकर्ता के 75 लाख रुपए रिकवर कर लिए हैं. बचे पैसों के लिए कोशिश की जा रही है.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता के 70 लाख रुपए कई आरोपियों के विभिन्न बैंक खातों में जमा हैं. इन पैसों को अदालती प्रक्रियाओं के बाद वापस कर दिया जाएगा. इसके साथ ही गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क के बारे में अधिक से अधिक जानकारी जुटाने के लिए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.