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मुंबई हमले का PAK कनेक्शन, ISI की भूमिका और हेडली की साजिश... तहव्वुर राणा से NIA ने पूछे ये 18 अहम सवाल!

Tahawwur Hussain Rana: मुंबई हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा से नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी यानी एनआईए पूछताछ कर रही है. पूछताछ के दौरान आतंकी तहव्वुर राणा ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और हाफिज सईद को लेकर कई राज उगले हैं. इन खुलासों के बाद हाफिज सईद और जकी-उर-रहमान लखवी की उल्टी गिनती शुरू हो गई है.

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26/11 हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा
26/11 हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा

मुंबई हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा से नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी यानी एनआईए पूछताछ कर रही है. पूछताछ के दौरान आतंकी तहव्वुर राणा ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और हाफिज सईद को लेकर कई राज उगले हैं. इन खुलासों के बाद मोस्टवॉन्टेड आतंकवादी हाफिज सईद और लश्कर कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी की उल्टी गिनती शुरू हो गई हैं. उन दोनों को पाकिस्तान ने सेफ हाउस में शिफ्ट कर दिया है.

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पाकिस्तान के हुक्मरानों और आतंक के आकाओं को पता है मोदी और ट्रंप का अगला टारगेट कौन है. क्योंकि जैसे-जैसे तहव्वुर राणा राज उगलेगा, वैसे-वैसे पाकिस्तान का पाप दुनिया के सामने आएगा. जैसे-जैसे वो मुंबई हमले का सच बताएगा, वैसे-वैसे पाक में बैठे हाफिज और लखवी के जिंदा या मुर्दा पकड़ने जाने का रास्ता साफ हो जाएगा. ट्रंप और मोदी के बीच मुंबई हमले के हर आरोपी का हिसाब करने की डील सील हो चुकी है.

तहव्वुर राणा से NIA ने पूछे ये 18 अहम सवाल...

1- 26 नवंबर 2008 के दौरान तुम्हारी लोकेशन कहां थी?

2- भारत मे रहने के दौरान तुम किस किस से कहां-कहां मिले थे? 

3- डेविड कोलमैन हेडली को कब से जानते हो? उसको जाली वीज़ा देकर भारत मे क्यों भेजा था? 

4- डेविड हेडली ने तुमको क्या क्या बताया था कि वो भारत मे किन जगहों पर गया था. 

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5- मुंबई अटैक में तुम्हारी और हेडली की भूमिका क्या थी? 

6- तुमने डेविड कोलमैन हेडली को इंडियन वीज़ा दिलवाने में कैसे मदद की? 

7- तुम लश्कर-ए-तैयबा चीफ हाफ़िज़ सईद को कैसे जानते हो, उससे पहली बार कब और कहां मिले थे? 

8- तुम्हारे हाफ़िज़ सईद से कैसे संबंध थे? 

9- तुमने लश्कर ए तैयबा की मदद कैसे की थी? मदद करने के बदले में लश्कर ने तुम्हे क्या दिया? 

10- लश्कर ए तैयबा में कुल कितने लोग है? उसका स्ट्रक्चर कैसा है? रिक्रूटमेंट कैसे होता है? कौन करता है? 

11- लश्कर को चलाने के लिए फण्ड कहां से आता है? कौन-कौन लोग सबसे ज्यादा फण्ड रेजिंग करते हैं? 

12- हथियारों की सप्लाई कौन करता है? किन-किन देशों से हथियार तुम लोगों को मिलते है?

13- पाकिस्तानी आर्मी और आईएसआई तुम लोगों की मदद कैसे करती है? 

14- हमले करने के टारगेट को तुम लोग कैसे चुनते हो? टारगेट पर हमले की इंस्ट्रक्शन क्या तुम्हें आईएसआई देती है? 

15- आईएसआई की प्लानिंग क्या थी, जिन जगहों पर हमले हुए वो ही टारगेट थे या भारत के कुछ और टारगेट भी थे जिनको तुम पूरा नहीं कर पाए? 

16- क्या आईएसआई  के अलावा पाकिस्तान सरकार को भी आतंकी हमलों की जानकारी होती है? 

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17- हमले के दौरान आतंकियों को इंस्ट्रक्शन कौन देता है? 

18- क्या बोल कर लड़कों को फिदायीन हमले करने के लिए तैयार किया जाता है?

तहव्वुर राणा पाकिस्तानी सेना और आईएसआई का करीबी रहा है. वो पाकिस्तानी सेना में डॉक्टर रहा है. इसलिए पाकिस्तान को अब डर लग रहा है कि तहव्वुर राणा 26/11 के मामले में पाकिस्तान की पूरी पोल खोल देगा. दुनिया को बता देगा कि पाकिस्तानी सेना, आईएसआई और पाक सरकार सब मिलकर आतंक फैलाते हैं. तीन साल पहले ही पाकिस्तान ग्रे लिस्ट से बाहर आया है. इसका कारण बताया गया कि उसने आतंकियों की फंडिंग रोकी है.

हालांकि, हकीकत ये है कि जब पाकिस्तान को ये राहत दी गई तभी पाकिस्तान के बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े ठिकाने का विस्तार हो रहा था. पाकिस्तान एक तरफ आतंक को लेकर दुनिया की आंख में धूल झोंक रहा है, तो वहीं हाफिज-मसूद की सुरक्षा को लेकर डरा हुआ है. पाकिस्तान का असली डर हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकवादियों को लेकर है कि कहीं भारत उनको भी सौंपे जाने की मांग तेज न कर दे.

इसके अलावा जिस तरह से पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान के अंदर भारत में हमला करने वाले ढेर हो रहे हैं, उससे पहले ही घबराया हुआ है. ये खौफ हाफिज सईद के करीबी अबू कताल की हत्या के बाद और बढ़ गया है. हाफिज के इस करीबी ने कश्मीर में तीर्थयात्रियों को निशाना बनाया था, लेकिन उसे आईएसआई भी नहीं बचा पाई. पाकिस्तान की मुसीबत ये है कि उसे तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण के बाद हाफिज-मसूद को लेकर दबाव बढ़ने का डर है. 

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इसलिए उसकी तरफ से अब घबराहट में 26/11 हमले को लेकर ऐसी बातें कही जा रही हैं, जिस पर कोई यकीन नहीं करेगा. 26/11 को झूठा हमला बताकर पाकिस्तान की कोशिश भारत को कटघरे में खड़ा करने की है, लेकिन अब उसकी दाल गलनी मुश्किल है, क्योंकि दुनिया उसकी हकीकत जान चुकी है. इस पर तहव्वुर राणा की गवाही पाकिस्तान के मुंह पर तमाचे की तरह होगी, क्योंकि वो आतंक की साजिश रचने वाले पाक का बड़ा सूत्रधार है.

वैसे पाकिस्तान के झूठ का खुलासा तो अमेरिका पहले ही कर चुका है. एफबीआई ने तहव्वुर राणा को जब पकड़ा तो उसके लश्कर से संबंधों का खुलासा हुआ था. दुनिया जानती है कि लश्कर पाकिस्तान का आतंकी संगठन है. राणा को साल 2009 में गिरफ्तार किया गया था. उसको अमेरिका में लश्कर-ए-तैयबा का समर्थन करने के लिए दोषी ठहराया गया था. जो कि लॉस एंजेंल्स के एक टिडेंसन सेंटर में बंद था. उस पर मुंबई और कोपेनहेगन में हमले का आरोप है.

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