कुछ सालों एजुकेशन को लेकर खर्च तेजी से बढ़ा है, जबकि देश में महंगाई दर 5 से 5.5% के आसपास है. वहीं एजुकेशनल खर्च 11 से 12 फीसदी तक बढ़ चुका है. इतना ही नहीं अनुमान है कि छह से सात महीने में शिक्षा को लेकर खर्च दोगुना भी हो सकता है. ऐसे में मिडिल क्लास और गरीब परिवारों पर शिक्षा को लेकर बोझ और बढ़ जाएगा.
प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में साल 2010 के दौरान सालाना चार्ज 1 लाख रुपये था, जो साल 2022 में बढ़कर 3 लाख रुपये हो गया. इस अवधि के दौरान कॉलेज में इंजीनियरिंग फीस 200 फीसदी बढ़ी. यह तो देश में इंजीनियरिंग के लिए खर्च की बात हो गई, लेकिन अगर आप अपने बच्चे को विदेश में शिक्षा के लिए भेज रहे हैं तो आपको फीस के अलावा सालाना 4-5% के हिसाब से महंगाई को लेकर खर्च के बारे में भी सोचना चाहिए.
2 करोड़ के लिए क्या होनी चाहिए योजना?
कुल मिलाकर बात ये है कि अगर आप अपने बच्चे को हायर एजुकेशन के लिए देश या विदेश में भेज रहे हैं तो आपके पास एक अच्छा-खास अमाउंट होना चाहिए. जिसके लिए आपको उसी हिसाब से प्लानिंग भी करनी चाहिए.
यहां एक ऐसा ही तरीका बताया जा रहा है, जिससे आप बच्चे की पढ़ाई से लेकर उसके शादी या अन्य खर्च को लेकर टेंशन फ्री हो जाएंगे. बिजनेस टुडे से Finwisor के फाउंडर और CEO जय शाह ने कुछ तरीके बताए हैं. उनका कहना है कि म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में एक सही तरीके से निवेश आपको मुनाफा पहुंचा सकता है.
शाह ने कहा कि बच्चे के शिक्षा के लिए अभी से SIP शुरू करके लॉन्ग टर्म के लिए छोड़ देना चाहिए. हर महीने अमाउंट जमा करने से आपके ऊपर ज्यादा भार भी नहीं पड़ेगा और आसानी से एक बड़ी रकम जमा हो जाएगी.

14 हजार जमा करके पाएं 2 करोड़
जय शाह के अनुसार, अगर आप 14550 रुपये की हर महीने की SIP शुरू करते हैं तो 15 फीसदी एवरेज रिटर्न के हिसाब से 15 साल में आपके पास 2 करोड़ रुपये जमा होंगे. लेकिन 2 करोड़ तभी हो पाएंगे, जब आप हर साल अपने एसआईपी में 15 फीसदी अमाउंट का इजाफा करते हैं.
उदाहरण से समझें तो अगर आपने हर महीने 14550 रुपये की एसआईपी की और साल दर साल SIP में 15 फीसदी अमाउंट भी बढ़ा रहे हैं. अब मान लीजिए आपको निवेश पर 15 फीसदी का औसत ब्याज मिल रहा है, तो कुल अमाउंट 15 साल के बाद 2 करोड़ रुपये हो जाएगी.
(नोट- किसी भी तरह के म्यूचुअल फंड या शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)