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इस बैंक पर SEBI का तगड़ा एक्शन... पूर्व CEO समेत 5 के अकाउंट सीज, शेयर मार्केट से भी बैन

IndusInd Bank Case: मार्केट रेग्युलेटर सेबी (SEBI) ने इंडसइंड बैंक में कथित वित्तीय अनियमितताओं के चलते पूर्व सीईओ सुमंत कठपालिया समेत पांच अधिकारियों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है. इन सभी को शेयर बाजार (Stock Market) से बैन कर दिया गया है.

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इंडसइंड बैंक मामले में सेबी का तगड़ा एक्शन
इंडसइंड बैंक मामले में सेबी का तगड़ा एक्शन

इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) एक बार फिर सुर्खियों में है. दरअसल, मार्केट रेग्युलेटर सेबी (SEBI) ने बैंक के पूर्व सीईओ सुमंत कठपालिया समेत पांच कार्यकारी अधिकारियों के खिलाफ इनसाइडर ट्रेडिंग मामले बड़ा एक्शन लिया है. सेबी ने बैंक में एक बड़ी वित्तीय अनियमितता से जुड़े मामले में कथित रूप से शामिल होने के आरोपों के कारण इन्हें शेयर मार्केट से बैन कर दिया है. इसके साथ ही इन पांचों  लोगों के बैंक खातों को जब्त किया है. 

बैंक अकाउंट सीज, बाजार से बैन
बीते मंगलवार को जारी किए गए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के अंतरिम आदेश में इंडसइंड बैंक के पूर्व सीईओ समेत पांच अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर अर्जित किए 19.7 करोड़ रुपये से अधिक के लाभ को जब्त करने का भी निर्देश दिया गया और इसके बाद इनके अकाउंट सीज कर जब्ती की गई है. बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, बैंक अकाउंट में क्रेडिट या डेबिट पर रोक के साथ ही मार्केट रेग्युलेटर ने इन सभी को अगले आदेश तक सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी प्रकार की सिक्योरिटीज की खरीद-बिक्री से रोक दिया है. 

क्यों SEBI ने की कार्रवाई?   
मार्केट रेग्युलेटर सेबी की ओर से ये कार्रवाई इंडसइंड बैंक के शेयर (IndusInd Bank Share) प्राइस में बीते दिनों अचानक 27% की गिरावट आने पर की गई की स्वतः संज्ञान जांच के बाद की गई है, जब बैंक ने 10 मार्च 2025 को अपने डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में 1,529 करोड़ रुपये के हेरफेर का खुलासा किया था. SEBI की ओर से जिन पांच अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है, उनमें इंडसइंड बैंक के पूर्व सीईओ-एमडी सुमंत कथपालिया के अलावा अरुण खुराना (पूर्व कार्यकारी निदेशक और उप सीईओ), सुशांत सौरव (ट्रेजरी ऑपरेशन प्रमुख), रोहन जथन्ना (जीएमजी ऑपरेशन हेड) और अनिल मार्को राव (मुख्य प्रशासनिक अधिकारी) शामिल हैं. 

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21 दिनों में देना होगा जवाब
SEBI के पूर्णकालिक सदस्य कमलेश चंद्र वार्ष्णेय ने अंतरिम आदेश में कहा कि जिन लोगों को इस मामले में नोटिस जारी किए गए हैं ,उनको अगले आदेश तक किसी भी तरह से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सिक्योरिटीज की खरीद-बिक्री या लेन-देन करने से रोक दिया गया है. इसके साथ ही इस आदेश में कहा गया है कि नोटिस प्राप्तकर्ता इसे मिलने की तारीख से 21 दिनों के भीतर अपना जवाब/आपत्ति दर्ज कर सकते हैं. गौरतलब है कि इससे पहले सेबी चीफ तुहिन कांत पांडे ने कहा था कि रेग्युलेटर बैंक के वरिष्ठ नेतृत्व द्वारा गंभीर बाजार उल्लंघनों की जांच कर रहा है.

शेयर पर दिख सकता है असर 
बैंक अधिकारियों पर सेबी के इस एक्शन का असर IndusInd Bank Stock पर देखने को मिल सकता है. बीते कारोबारी दिन बुधवार को ये बैंकिंग स्टॉक 1.93 फीसदी की गिरावट के साथ 804.90 रुपये पर क्लोज हुआ था और इसका मार्केट कैप (IndusInd Bank MCap) भी कम होकर 62,670 करोड़ रुपये रह गया था. बता दें कि बीते छह महीने में इंडसइंड बैंक के शेयर में 20% और एक साल में 45% की गिरावट आई है. 

क्या है इनसाइडर ट्रेडिंग?
Insider Trading को भेदिया कारोबार भी कहते हैं. जब किसी कंपनी के मैनेजमेंट से जुड़ा कोई आदमी उसकी अंदरूनी जानकारी होने के आधार पर उसके शेयर खरीद या बेचकर गलत ढंग से मुनाफा कमाता है, तो इसे इनसाइडर ट्रेडिंग कहा जाता है. असल में कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन को यह जानकारी रहती है कि आगे कंपनी ऐसे क्या कदम उठाने जा रही है कि उसके शेयरों में भारी बढ़त या भारी गिरावट आ सकती है.

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अगर इस जानकारी के आधार पर ऐसे किसी व्यक्ति ने जानकारी पब्लिक होने से पहले ही शेयरों की खरीद-फरोख्त कर मुनाफा बना लिया तो यह इनसाइडर ट्रेडिंग कहलाएगा. इस तरह सार्वजनिक न होने वाले मूल्य संवेदनशील जानकारी (UPSI) का दुरुपयोग करके शेयर बाजार में अवैध कमाई करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है.

(नोट- शेयर बाजार में किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)

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