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India vs Pakistan: पाकिस्तान को एक और करारी चोट, पहलगाम हमले के बाद भारत ने सभी तरह का आयात किया बंद

भारत सरकार ने पाकिस्‍तान से आने और जाने वाली चीजों पर अब पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है, जिसका मतलब है कि अब कोई भी चीज किसी भी तरह से पाकिस्‍तान से नहीं आएगी. पहले डायरेक्‍ट आयात और निर्यात बंद किया गया था, लेकिन अब इनडायरेक्‍ट आयात बंद कर दिया गया है. यह पाकिस्‍तान पर गहरी चोट है.

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भारत का पाकिस्‍तान पर और बड़ा एक्‍शन
भारत का पाकिस्‍तान पर और बड़ा एक्‍शन

भारत सरकार ने पाकिस्‍तान से आने वाली चीजों पर अब पूरी तरह से प्रतिबंध (India vs Pakistan Import Ban) लगा दिया है, जिसका मतलब है कि अब कोई भी चीज किसी भी तरह से पाकिस्‍तान से नहीं आएगी. वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि अब पाकिस्‍तान से पूरी तरह से आयात प्रतिबंध कर दिया गया है.

पहले डायरेक्‍ट ट्रेड बंद (Direct Export-Import Ban) किया गया था, लेकिन अब इनडायरेक्‍ट इम्‍पोर्ट भी बंद (India Ban Direct Indirect Import) कर दिया गया है. यह पाकिस्‍तान पर गहरी चोट है. भारत का वाणिज्य मंत्रालय उन उत्पादों की सूची तैयार कर रहा है, जिन्हें भारत से आयात-निर्यात नहीं किया जाएगा. 

वाणिज्य मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, भारत ने पाकिस्तान से सभी वस्तुओं के डायरेक्‍ट या इनडायरेक्‍ट आयात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है. विदेश व्यापार नीति (FTP) 2023 में इस संबंध में एक प्रावधान जोड़ा गया है. जिसमें कहा गया है कि अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से पाकिस्तान से आने वाले या निर्यात किए जाने वाले सभी सामानों के डायरेक्‍ट या इनडायरेक्‍ट आयात पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है. यह 2 मई की अधिसूचना में जानकारी दी गई है. 

India vs Pakistan

अगले आदेश तक आयात बंद 
FTP के प्रावधान में कहा गया है कि पाकिस्तान से आने वाले या निर्यात किए जाने वाले सभी सामानों का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आयात या पारगमन, चाहे वे स्वतंत्र रूप से आयात किए जा सकें या अनुमति प्राप्त हों, तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक प्रतिबंधित रहेंगे.

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भारत सरकार का ये आदेश तब आया है, जब आतंक को बढ़ावा देने वाला देश पाकिस्‍तान ने पर्दे के पीछे रहते हुए पहलगाम में आतंकी हमला करवा, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई. 

भारत सरकार की चाहिए होगी मंजूरी
विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने अधिसूचना में कहा कि यह प्रतिबंध राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति के हित में लगाया गया है. इस प्रतिबंध के किसी भी अपवाद के लिए भारत सरकार की मंजूरी की आवश्‍यकता होगी. इसका मतलब है कि अगर कोई भी चीज पाकिस्‍तान व्‍यापार के उद्देश्‍य से भेजी आती है या फिर वहां से आती है तो भारत सरकार की मंजूरी की आवश्‍यकता होगी.

बंदरगाह पर पाकिस्‍तानी जहाजों को भी किया बैन 
वहीं एक और आदेश में मर्चेंट शिपिंग एक्ट, 1958 की धारा 411 के तहत एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भारत सरकार के शिपिंग महानिदेशालय ने पाकिस्तान के झंडे वाले जहाजों को किसी भी भारतीय बंदरगाह पर जाने से प्रतिबंधित करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही, भारतीय झंडे वाले जहाजों को पाकिस्तान के किसी भी बंदरगाह पर जाने से प्रतिबंधित कर दिया गया है.

राष्ट्रीय हित में और भारतीय समुद्री संपत्तियों और बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए जारी यह निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है और अगली सूचना तक लागू रहेगा. इस आदेश का उद्देश्य मौजूदा भू-राजनीतिक परिस्थितियों के बीच समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना है.
India Pakistan Trade

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भारत से क्‍या-क्‍या चीजें जाती थीं पाकिस्‍तान? 
दोनों देशों के बीच व्‍यापार प्रतिबंध होने से पहले भारत मुख्य रूप से कपास, केमिकल, फूड प्रोडक्‍ट्स, दवाइयां और मसाले निर्यात करता था. इसके अलावा, चाय, कॉफी, रंग, प्याज, टमाटर, लोहा, इस्पात, चीनी, नमक और ऑटो पार्ट्स जैसी चीजें भी तीसरे देशों के माध्‍यम से भेजता था. 

पाकिस्तान से भारत क्‍या आता था? 
पहले सीमेंट, जिप्सम, फल, तांबा, और नमक जैसे उत्पाद आयात होते थे, लेकिन 2019 के बाद आयात लगभग शून्य हो गया. 2024 में पाकिस्तान से भारत का आयात मात्र 48 लाख डॉलर रहा. यह सिर्फ जरूरी चीजें जैसे सेंधा नमक और मुल्‍तानी मिट्टी ही मंगाता था. अब यह भी पूरी तरह से बंद हो जाएगा. 

भारत-पाकिस्‍तान के बीच डायरेक्‍ट ट्रेड 
पुलवामा अटैक से पहले 2008-2018 के बीच जम्मू-कश्मीर में LoC के पार लगभग 7,500 करोड़ रुपये का व्यापार हुआ था, जिससे 1.7 लाख दिनों और 66.4 करोड़ रुपये का रेवेन्‍यू जनरेट हुए. हालांकि, 2019 में भारत ने इस मार्ग को भी बंद कर दिया, क्योंकि खुफिया रिपोर्टों में अवैध हथियार, जाली नोट और नशीले चीजों की तस्करी की आशंका जताई गई थी.  

साल 2024 में इनडायरेक्‍ट ट्रेड 
2024 में दोनों देशों के बीच, इनडायरेक्‍ट ट्रेड 1.21 अरब डॉलर (लगभग 10,000 करोड़ रुपये) से अधिक रहा, जो 2018 के 2.35 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर से कम है.  भारत का एक्‍सपोर्ट ज्‍यादा रहा है, जबकि पाकिस्तान से आयात ना के बराबर है. 

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