दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin ) बुधवार को करीब 30 फीसदी टूट गई. इससे दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर पैनिक फैल गया. भारत में तो आलम यह रहा है कि दोनों प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज का काम ठप हो गया.
एक्सपर्ट कहते हैं कि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के ट्वीट और चीन द्वारा क्रिप्टोकरेंसी पर कार्रवाई करने की वजह से यह भारी गिरावट आई है. इसी तरह, दूसरी क्रिप्टोकरेंसी dogecoin और ethereum भी क्रमश: 45 फीसदी और 40 फीसदी टूट गए.
भारी उतार-चढ़ाव वाली करेंसी
अप्रैल से अब तक करीब डेढ महीने मे बिटकॉइन की कीमत आधी हो गई है. बुधवार को बिटकॉइन टूटकर 31,000 अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया. एक हफ्ते पहले ही बिटकॉइन 55,000 डॉलर पर कारोबार कर रहा था.
इस साल अप्रैल में क्रिप्टोकरेंसी 60,000 डॉलर तक पहुंच गया था.पिछले साल अप्रैल में बिटकॉइन का रेट सिर्फ 6,000 डॉलर था. यानी एक साल में ही बिटकॉइन में दस गुना तक बढ़त हो गई.
देसी एक्सचेंज ठप
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक बिटकॉइन में गिरावट का असर भारत में भी काफी गहरा रहा. बुधवार को भारत में क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग कराने वाले दो बड़े एक्सचेंज WazirX और CoinDCX पर इतना ज्यादा ट्रैफिक रहा कि वे ठप पड़ गए.
जानकार कहते हैं कि एक्सचेंजों के ठप पड़ जाने की वजह यह रही कि एक तो बड़ी संख्या में लोग बिटकॉइन से अपना निवेश बाहर निकालने के लिए टूट पड़े, दूसरे बहुत से निवेशक ऐसे भी थे जिन्होंने काफी निचला स्तर होने की वजह से इस करेंसी में जमकर खरीदारी की.