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बिहार कांग्रेस ने 1 दिसंबर को पटना में बुलाई बड़ी बैठक, 'वोट चोरी' के मुद्दे पर NDA को घेरने की तैयारी

बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस अब ‘वोट चोरी’ को बड़ा मुद्दा बनाकर एनडीए सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है. इसी सिलसिले में पार्टी ने 1 दिसंबर को पटना के सदाकत आश्रम में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजेश राम की अध्यक्षता में सभी जिलाध्यक्षों व प्रमुख नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है.

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 बिहार चुनाव में हार के बाद कांग्रेस ने वोट चोरी के मुद्दे पर एनडीए सरकार को घेरने की रणनीति बनाई. (File Photo: X/@INC)
बिहार चुनाव में हार के बाद कांग्रेस ने वोट चोरी के मुद्दे पर एनडीए सरकार को घेरने की रणनीति बनाई. (File Photo: X/@INC)

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए के हाथों महागठबंधन की करारी शिकस्त के बाद अब कांग्रेस ने नई रणनीति अपनाई है. पार्टी अब ‘वोट चोरी’ के मुद्दे को हथियार बनाकर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को घेरने की तैयारी में जुट गई है. इसी कड़ी में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने आगामी 1 दिसंबर को पटना के सदाकत आश्रम (बिहार प्रदेश कांग्रेस का मुख्यालय) में बड़ी बैठक बुलाई है. यह चुनाव परिणाम आने के बाद प्रदेश कांग्रेस की पहली बड़ी बैठक होगी.

इस बैठक में कांग्रेस ने बिहार के अपने सभी 38 जिलाध्यक्षों, कार्यकारी जिलाध्यक्षों, विभाग-मोर्चा-सेल के प्रभारियों तथा फ्रंटल संगठनों के प्रमुखों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने का निर्देश दिया है. बैठक की अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. राजेश राम करेंगे. सूत्रों के अनुसार इस बैठक में मुख्य रूप से दो मुद्दों पर विस्तृत चर्चा होगी. पहला, विधानसभा चुनाव में ईवीएम और मतगणना प्रक्रिया में हुई कथित ‘वोट चोरी’ तथा दूसरा, 14 दिसंबर को दिल्ली में प्रस्तावित ‘वोट चोरी के खिलाफ राष्ट्रीय विरोध प्रदर्शन एवं रैली’ को ऐतिहासिक बनाने की रणनीति.

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बिहार कांग्रेस के कई नेता दावा कर रहे हैं कि कई सीटों पर मतदान के बाद ईवीएम में अचानक वोटों की संख्या में भारी बदलाव हुआ और मतगणना के दौरान भी कई दौर में संदिग्ध गड़बड़ी की गई. पार्टी का आरोप है कि बिहार में लोकतंत्र की हत्या हुई है और इसे राष्ट्रीय स्तर पर उजागर किया जाएगा. वोट चोरी के मुद्दे पर दिल्ली में 14 दिसंबर को होने वाली कांग्रेस की विरोध रैली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी सहित तमाम वरिष्ठ नेता शामिल होंगे. 

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बिहार से हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिल्ली ले जाने का लक्ष्य रखा गया है. पटना के सदाकत आश्रम में 1 दिसंबर को होने वाली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में राज्य के सभी जिलों से पार्टी कार्यकर्ताओं को दिल्ली रैली में ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था और वोट चोरी के खिलाफ राज्य स्तर पर आंदोलन की आगे की रूपरेखा तय की जाएगी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार में विधानसभा चुनाव के दौरान भी ‘वोट चोरी’ को बड़ा मुद्दा बनाने और इसे भुनाने का प्रयास किया था. लेकिन चुनाव परिणाम बताते हैं कि इसका ग्राउंड पर कोई असर नहीं हुआ. आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन में शामिल कांग्रेस ने बिहार में 62 सीटों पर चुनाव लड़ा और सिर्फ 6 पर जीत दर्ज कर सकी.

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वहीं, निर्वावन आयोग ने कहा है कि बिहार में विपक्षी दल वोट चोरी और मतदान में धांधली के अपने आरोपों को साबित करने में विफल रहे हैं. आयोग ने कहा एक बयान में कहा, 'हाल ही में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव में सभी 243 निर्वाचन क्षेत्रों में से किसी भी हारने वाले उम्मीदवार की ओर से ईवीएम के माइक्रोकंट्रोलर की जांच और सत्यापन के लिए कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ.' साथ ही निर्वाचन आयोग ने ये भी बताया कि दो चरणों में संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव में एक बूथ पर भी पुनमर्तदान की आवश्यकता नहीं पड़ी, क्योंकि ​किसी भी राजनीतिक दल ने इसके लिए अनुरोध नहीं किया था.

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