मोकामा के दुलारचंद यादव हत्याकांड मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पटना पुलिस ने पूर्व विधायक और एनडीए प्रत्याशी अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. पटना एसएसपी की टीम बाढ़ स्थित कारगिल मार्केट पहुंची, जहां से अनंत सिंह को हिरासत में लिया गया. पुलिस उन्हें बाढ़ से पटना लेकर पहुंची है.
इससे पहले जानकारी आई थी कि दुलारचंद यादव हत्याकांड में आरोपी बनाए गए अनंत सिंह जल्द पुलिस के सामने सरेंडर कर सकते हैं. इसी सूचना के बाद पटना एसएसपी के नेतृत्व में पुलिस टीम अनंत सिंह के घर पहुंची थी.
पुलिस ने क्या कहा?
पटना के एसएसपी कार्तिक के शर्मा ने बताया कि दुलारचंद यादव हत्याकांड में शुरुआती जांच के बाद जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह को गिरफ्तार किया गया है. उनके साथ दो सहयोगी- मणिकांत ठाकुर और रणजीत राम- को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के अनुसार 30 अक्टूबर को मोकामा के तारतर इलाके में दो पक्षों में भिड़ंत हुई थी, जिसके बाद दुलारचंद यादव का शव बरामद हुआ. दोनों पक्षों ने एफआईआर दर्ज कराई थी.
एसएसपी ने कहा कि जांच में यह स्पष्ट हुआ कि घटना के समय अनंत सिंह अपने सहयोगियों के साथ मौके पर मौजूद थे और आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर चोट और गोली लगने के निशान मिले हैं, जो हत्या की पुष्टि करते हैं. पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. अनंत सिंह को मुख्य अभियुक्त बनाया गया है और तीनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा.
यह भी पढ़ें: मोकामा में अनंत सिंह बनाम वीणा देवी... बाहुबल, धनबल और भूमिहार समीकरण की जंग
सीआईडी ने संभाला जांच का जिम्मा
दुलारचंद यादव की हत्या के बाद मामले की जांच तेज हो गई है. बिहार पुलिस की सीआईडी ने इस केस का जिम्मा संभाल लिया है. सीआईडी डीआईजी जयंतकांत खुद घटनास्थल पहुंचे थे. पुलिस की कई टीमें शनिवार को मोकामा में जांच करने पहुंचीं.
पुलिस ने पत्थरों के सैंपल भी लिए
जांच के दौरान बसावन चक के घटनास्थल पर एफएसएल टीम भी पहुंची. यहां से कई अहम सबूत जुटाए गए. जो गाड़ियां घटना के दौरान क्षतिग्रस्त हुई थीं, उनसे भी साक्ष्य इकट्ठे किए गए हैं. मोकामा टाल के इलाके से पत्थरों के सैंपल भी लिए गए हैं. ये वही पत्थर बताए जा रहे हैं, जिनसे अनंत सिंह के काफिले पर हमला हुआ था. खास बात यह है कि ये पत्थर रेलवे ट्रैक पर इस्तेमाल होते हैं और आमतौर पर मोकामा टाल में नहीं मिलते. इस वजह से पुलिस को पहले से प्लानिंग की आशंका है.
यह भी पढ़ें: Crime Katha: अनंत सिंह, सूरजभान, सोनू-मोनू और टाल का गुट... मोकामा में गैंगवॉर और अदावत की खूनी कहानी
चुनाव आयोग ने डीजीपी से मांगी रिपोर्ट
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को बिहार के डीजीपी से मोकामा में जन सुराज पार्टी के समर्थक की हत्या पर रिपोर्ट मांगी. इस हत्या के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया है. अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है. विधानसभा चुनाव से पहले मोकामा में जन सुराज पार्टी समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के बाद हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं.
आरजेडी उम्मीदवार वीणा देवी की कार पर भी शुक्रवार को पथराव किया गया. चुनाव आयोग ने डीजीपी से जल्द से जल्द विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को कहा है. बिहार में दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को मतदान होना है, जबकि 14 नवंबर को वोटों की गिनती होगी.