आधी रात कोहरे में शारदा नदी में समाई इको कार, साधुओं की सूझबूझ से 4 युवकों की बची जान

पीलीभीत के हजारा थाना क्षेत्र में घने कोहरे के कारण एक इको कार पूरनपुर के पास शारदा नदी में गिर गई. कार सवार चार युवकों ने शीशा तोड़कर मदद की गुहार लगाई. नदी किनारे कल्पवास कर रहे साधुओं और स्थानीय गोताखोर बबलू मांझी ने सभी को सुरक्षित बाहर निकाला. पुलिस मौके पर पहुंची, सभी युवक सुरक्षित हैं.

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घने कोहरे का कहर!(Photo: Screengrab) घने कोहरे का कहर!(Photo: Screengrab)

सौरभ पांडे

  • पीलीभीत,
  • 27 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 4:38 PM IST

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में घने कोहरे के चलते बड़ा हादसा होते-होते टल गया. हजारा थाना क्षेत्र में शुक्रवार आधी रात एक इको कार रास्ता भटककर पूरनपुर के पास शारदा नदी में जा गिरी. कार में चार युवक सवार थे. ठंडे पानी और अंधेरे के बीच कार नदी में फंस गई, जिससे कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई.

हादसे के बाद कार सवार युवकों ने किसी तरह कार के शीशे तोड़े और कार की छत पर चढ़कर मदद के लिए चिल्लाने लगे. उनकी आवाज सुनकर नदी किनारे कल्पवास कर रहे साधु सतर्क हो गए और तुरंत घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े.

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साधुओं और स्थानीय लोगों ने दिखाई सूझबूझ

जानकारी के अनुसार, शांतिनगर गांव निवासी अभिषेक कुमार अपने तीन दोस्तों अर्जुन गुप्ता, आदित्य वर्मा और अनंत रघुवंशी के साथ खटीमा में आयोजित एक कार्यक्रम से लौट रहे थे. वे पूरनपुर से सम्पूर्णानगर की ओर जा रहे थे. जैसे ही वे धनाराघाट के पास पहुंचे, अचानक घना कोहरा छा गया और आगे का रास्ता दिखाई देना बंद हो गया.

कोहरे के कारण कार नदी की ओर बढ़ गई और चारों सवारियों समेत शारदा नदी में जा गिरी. कार में फंसे युवकों की आवाज सुनकर साधुओं ने घाट पर तैनात बबलू मांझी को बुलाया. हालात की गंभीरता देखते हुए बबलू मांझी बिना देर किए नदी में कूद पड़े.

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पुलिस मौके पर पहुंची, सभी युवक सुरक्षित

अंधेरे और तेज बहाव के बीच बबलू मांझी ने हिम्मत दिखाते हुए एक-एक कर चारों युवकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. साधुओं और अन्य कर्मचारियों ने भी बचाव कार्य में पूरा सहयोग किया. कुछ ही देर में सूचना मिलने पर हजारा थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने सभी युवकों को प्राथमिक सहायता दिलाई और बाद में परिजनों को सूचना देकर उन्हें घर भेज दिया गया.

राहत की बात यह रही कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई. बताया जा रहा है कि धनाराघाट पांटून पुल पर दो दिन पहले ही वाहनों का आवागमन शुरू हुआ था. कोहरे में संकेतक और रास्ता साफ न दिखने से हादसे की आशंका बनी हुई थी. फिलहाल कार को क्रेन की मदद से निकाल लिया गया है. एसडीएम अजीत सिंह ने बताया कि यह रास्ता रात के समय सुरक्षित नहीं है और एहतियात के तौर पर झंडियां लगाई जाएंगी.

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