भारत के विभिन्न राज्यों में मौसम के अलग-अलग रूप देखने को मिल रहे हैं. देश के कुछ हिस्सों में बारिश और बर्फबारी हो रही है तो वहीं कुछ इलाकों में भीषण लू का प्रकोप है. मौसम विभाग की मानें तो 29 अप्रैल को बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में हीटवेव चलने की आशंका है. वहीं पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि, तूफान और बारिश होने की संभावना है. आइये जानते हैं, मौसम का पूरा हाल.
दिल्ली का मौसम
दिल्ली में इस पूरे हफ्ते आसमान साफ रहेगा और तापमान में बढ़ोत्तरी होगी. हालांकि, आज से 3 दिन तक दिल्ली में तेज हवाएं चलेंगी और बादलों की आवाजाही भी बनी रहेगी. IMD के अनुसार, इस पूरे सप्ताह दिल्ली का अधिकतम तापमान 38 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है. वहीं न्यूनतम तापमान 22 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है.
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देश के मौसम का हाल
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, आज गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी संभव है. 29 अप्रैल को जम्मू कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्से पर भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है. वहीं उत्तराखंड में हल्की बारिश संभव है.
इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी संभव है. पूर्वोत्तर भारत में छिटपुट हल्की बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है. विदर्भ, मराठवाड़ा, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और दक्षिण ओडिशा के कुछ हिस्सों में बारिश और तूफान संभव है. वहीं पंजाब के उत्तरी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छिटपुट ओलावृष्टि हो सकती है. उत्तरी हरियाणा और उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में हल्की बारिश और तूफान संभव है. केरल में हल्की छिटपुट बारिश हो सकती है.
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देश की मौसमी गतिविधियां
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ अब मध्य अफगानिस्तान के ऊपर औसत समुद्र तल से 3.1 और 5.8 किमी ऊपर स्थित है, जो ऊपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के साथ बना हुआ है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर है, जो उत्तर में लगभग 65 डिग्री पूर्व देशांतर और अक्षांश 28° उत्तर पर है. वहीं प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र हरियाणा पर है.
इसके अलावा एक और चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर असम पर है. एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर असम पर बना हुआ है जो समुद्र तल से 4.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है. उत्तरी बांग्लादेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. वहीं उत्तरी बांग्लादेश पर उपरोक्त चक्रवाती परिसंचरण से बनी ट्रफ गंगीय पश्चिम बंगाल से होते हुए उत्तरी ओडिशा तक फैली हुई है. मराठवाड़ा से मध्य महाराष्ट्र और आंतरिक कर्नाटक होते हुए उत्तरी तमिलनाडु तक एक ट्रफ/हवा का विच्छेदन औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर बना हुआ है. कोमोरिन क्षेत्र पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है.
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