बांग्लादेश में हिन्दू युवक दीपू दास की मॉब लिंचिंग के बाद तनाव बढ़ गया है. 18 दिसंबर को उसे झूठे आरोप में भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था. दीपू दास कपड़ा फैक्ट्री में काम करता था और उस पर ईश निंदा का गलत आरोप लगाया गया था. इस घटना के विरोध में भारत और बांग्लादेश दोनों देशों में हिन्दू समुदाय सड़कों पर आकर इंसाफ की मांग कर रहा है. बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले हो रहे हैं, जिस कारण स्थानीय लोगों में रोष फैल रहा है.