अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने शुक्रवार को वॉशिंगटन में पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार से मुलाकात की. यह बैठक ऐसे समय हुई है जब अमेरिका ने हाल ही में पाकिस्तान से जुड़े आतंकी संगठन TRF को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और वैश्विक आतंकी संगठन (SDGT) घोषित किया है.
एक्स पर पोस्ट करते हुए रूबियो ने कहा कि उन्होंने "आतंकवाद का मुकाबला करने और क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने में पाकिस्तान की साझेदारी" के लिए डार को धन्यवाद दिया. नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने और महत्वपूर्ण खनिजों तथा खनन क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने के तरीकों पर भी चर्चा की.
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस के अनुसार, रूबियो ने ईरान से वार्ता में पाकिस्तान की मध्यस्थ भूमिका की सराहना की और कहा कि पाकिस्तान क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने में सकारात्मक भूमिका निभा रहा है.
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ISIS-K और आगामी वार्ता
दोनों पक्षों ने इस अगस्त में इस्लामाबाद में होने वाली आगामी अमेरिका-पाकिस्तान आतंकवाद विरोधी वार्ता की योजनाओं पर भी चर्चा की. बातचीत में ISIS-K जैसे आतंकी समूहों के खिलाफ सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी.
रूबियो ने यह भी कहा कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच “पारस्परिक लाभकारी व्यापारिक संबंधों” का विस्तार किया जाना चाहिए, खासतौर पर खनिज क्षेत्र में जहां वैश्विक मांग बढ़ रही है.
TRF पर प्रतिबंधों के बीच मुलाकात
यह बैठक रूबियो द्वारा 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) को एक विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) के रूप में नामित करने की घोषणा के ठीक कुछ दिनों बाद हुई है.
TRF को पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का मुखौटा संगठन माना जाता है. TRF ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे.
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इशाक डार आठ दिवसीय अमेरिका यात्रा पर हैं, जिसके दौरान उन्होंने इस महीने पाकिस्तान की रोटेटिंग प्रेसीडेंसी के तहत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की कुछ बैठकों की अध्यक्षता भी की है. यह देखना दिलचस्प होगा कि एक तरफ आतंकवाद पर कड़े रुख और दूसरी तरफ सहयोग की तारीफ का अमेरिकी 'डबल गेम' कहां तक चलता है.