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आतंकी देश पाकिस्तान को मदद जारी रखने पर उतारू एर्दोगन! बोले- PAK-तुर्की दोस्ती जिंदाबाद

तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन ने एक बार फिर आतंक के पालनहार पाकिस्तान के प्रति अपना समर्थन जताया है. उन्होंने शहबाज शरीफ को भाई बताते हुए पाकिस्तान-तुर्की दोस्ती जिंदाबाद कहा है. एर्दोगन ने ये बातें तब कही हैं जब भारत में तुर्की और उसके सामानों का बहिष्कार किया जा रहा है.

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एर्दोगन लगातार पाकिस्तान के प्रति अपना समर्थन जता रहे हैं (Photo- Anadolu Agency)
एर्दोगन लगातार पाकिस्तान के प्रति अपना समर्थन जता रहे हैं (Photo- Anadolu Agency)

भारत से लड़ाई में पाकिस्तान का खुलकर सपोर्ट करने वाले तुर्की ने एक बार फिर आतंक के पनाहगार का समर्थन किया है. तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को 'डियर ब्रदर' यानी प्रिय भाई कहा है. एर्दोगन ने कहा कि तुर्की भविष्य में भी अच्छे और बुरे, दोनों वक्त में पाकिस्तान के साथ डटकर खड़ा रहेगा.

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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए गए एक पोस्ट में एर्दोगन ने कहा, 'प्रिय भाई शहबाज शरीफ, तुर्की-पाकिस्तान का भाईचारा सच्ची दोस्ती के बेहतरीन उदाहरणों में से एक है जो दुनिया के बहुत कम देशों को हासिल है. तुर्की पाकिस्तान की शांति, सौहार्द और स्थिरता को बहुत महत्व देता है. हम पाकिस्तान की समझदारी और धीरज भरी नीति की सराहना करते हैं जो विवादों के समाधान में वार्ता और सुलह को प्राथमिकता देती है.'

एर्दोगन ने अपने ट्वीट के अंत में लिखा, 'अतीत की तरह ही हम भविष्य में भी अच्छे-बुरे समय में आपके साथ खड़े रहेंगे. पाकिस्तान के हमारे दोस्तों और भाइयों को हमारी तरफ से हार्दिक स्नेह और बधाई पहुंचाएं. पाकिस्तान-तुर्की दोस्ती जिंदाबाद.'

राष्ट्रपति एर्दोगन ने ये ट्वीट शहबाज शरीफ के एक ट्वीट के जवाब में किया जिसमें उन्होंने लिखा, 'मेरे प्रिय भाई राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोआन के पाकिस्तान के प्रति प्रबल समर्थन और हमारे साथ अटूट एकजुटता ने मुझे बहुत प्रभावित किया है. पाकिस्तान को तुर्की के साथ अपने दीर्घकालिक और स्थायी भाईचारे पर गर्व है, जो प्रत्येक नई चुनौती के साथ मजबूत होता जा रहा है. मैं दक्षिण एशिया में शांति को बढ़ावा देने में महामहिम (एर्दोगन) की रचनात्मक भूमिका और मजबूत प्रयासों के लिए विशेष रूप से आभारी हूं.'

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शहबाज शरीफ ने अपने ट्वीट के अंत में लिखा कि 'पाकिस्तान और तुर्की के बीच संबंध और मजबूत होते रहें, फलते-फूलते रहें, क्योंकि हम दोनों देशों और उनके लोगों के समृद्ध भविष्य के लिए मिलकर काम करते हैं.

भारत में तुर्की का विरोध

पाकिस्तान स्पॉन्सर आतंकियों का पहलगाम में हमला, पाकिस्तान और पीओके के आतंकी ठिकानों पर भारत के ऑपरेशन सिंदूर और फिर दोनों देशों के बीच चार दिनों तक चली लड़ाई के दौरान एर्दोगन खुलकर पाकिस्तान के साथ खड़े दिखे.

तुर्की ने बड़े पैमाने पर ड्रोन देकर पाकिस्तान की मदद की जिन्हें भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया गया. जब 6-7 अक्टूबर की दरमियानी रात भारत के एयरस्ट्राइक में सैकड़ों आतंकी मारे गए तब एर्दोगन को दर्द हुआ था.

उन्होंने एक ट्वीट कर मरने वाले आतंकियों को श्रद्धांजलि दी थी और लिखा था, 'हम इस बात को लेकर फिक्रमंद हैं कि पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव मिसाइल हमलों के कारण व्यापंक संघर्ष में बदल सकता है, जिसके कारण बड़ी संख्या में नागरिक शहीद हो सकते हैं. मैं हमलों में अपनी जान गंवाने वाले हमारे भाइयों के लिए अल्लाह से रहम की प्रार्थना करता हूं, और मैं एक बार फिर पाकिस्तान के भाई जैसे लोगों और पाकिस्तान के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.'

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पाकिस्तान का समर्थन करने को लेकर भारत भर में बॉयकॉट तुर्की कैंपेन चलाया जा रहा है. इसके तहत तुर्की से आए सेब सहित अन्य फलों का बहिष्कार, तुर्की के मार्बल का बहिष्कार किया जा रहा है और ट्रैवल कंपनियां भी लोगों से तुर्की घूमने जाने से बचने की सलाह दे रही हैं.

भारत और तुर्की के बीच वित्त वर्ष 2023-24 में 10.43 अरब डॉलर का व्यापार हुआ था और भारत में बॉयकॉट कैंपेन से तुर्की के व्यापार को काफी घाटा होने वाला है.

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