
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में बॉन्डी बीच पर हुए हमले से पूरी दुनिया स्तब्ध है. सिडनी पुलिस ने इसे यहूदियों को निशाना बनाकर किया गया 'आतंकवादी हमला' बताया है जिसमें एक हमलावर समेत 16 लोगों की मौत हो गई. हमला दो लोगों ने मिलकर किया और कथित तौर पर वो पिता और पुत्र थे.
बॉन्डी बीच हमले को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वॉन्ग से बातचीत की है.
ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री से बातचीत की जानकारी देते हुए विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, 'अभी ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वॉन्ग से बात हुई. मैंने बॉन्डी बीच में हुए आतंकवादी हमले पर गहरी संवेदना व्यक्त की और हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया.'

बॉन्डी बीच हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है. शनिवार-रविवार की दरमियानी रात हुए हमले को लेकर पीएम मोदी ने लिखा, 'ऑस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच पर आज हुए उस भीषण आतंकवादी हमले की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं, जिसमें यहूदी त्योहार हनुक्का के पहले दिन का उत्सव मना रहे लोगों को निशाना बनाया गया. भारत की जनता की ओर से, जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं.'
पीएम मोदी ने आगे लिखा, 'इस दुख की घड़ी में हम ऑस्ट्रेलिया के लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हैं. भारत की आतंकवाद के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति है और वो आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लड़ाई का समर्थन करता है.'
सिडनी के बॉन्डी बीच पर यहूदी त्योहार हनुक्का के दौरान हमला हुआ जिसमें एक हमलावर सहित 16 लोगों की जान गई है. कथित तौर पर हमलावर पिता और पुत्र थे जिन्होंने एक हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. गोलीबारी करीब 10 मिनट तक चली. सिडनी पुलिस ने इसे 'आतंकवादी हमला' करार दिया है जिसका निशाना यहूदी समुदाय के लोग थे.
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने हमले को लेकर कहा कि ऑस्ट्रेलिया में यहूदी-विरोध को जड़ से खत्म करने के लिए उनकी सरकार हर जरूरी कदम उठाएगी और उसे लागू करने के लिए अपने सभी संसाधनों को झोंक देगी.