
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बुधवार तड़के उत्तर कोरिया पहुंचे जहां उनका भव्य स्वागत किया गया. उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन खुद एयरपोर्ट पर खड़े होकर पुतिन के स्वागत की तैयारियों का जायजा लेते दिखे. पुतिन के लिए एयरपोर्ट पर बड़े-बड़े रेड कार्पेट बिछाए गए और विमान से नीचे उतरते ही किम ने उनसे हाथ मिलाया, फिर गले लगा लिया. अब खबर है कि दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को गिफ्ट भी दिया है.
रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी तास के मुताबिक, रूसी राष्ट्रपति के सलाहकार यूरी उशाकोव ने बताया कि पुतिन ने कोरियाई नेता को राष्ट्रपति पुतिन ने नई Aurus लग्जरी कार गिफ्ट की. पुतिन ने किम को टी सेट भी गिफ्ट किया है. वहीं, किम ने रूसी राष्ट्रपति को उनकी पसंद की कलाकृतियां गिफ्ट कीं.
पुतिन के सलाहकार ने कहा, 'दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को गिफ्ट दिए हैं. हमने उन्हें एक Aurus कार दी. हमने उन्हें जो गिफ्ट दिया है उसमें एक शानदार खंजर (Admiral's Dagger) और एक बहुत सुंदर चाय का सेट भी शामिल है.'
तास ने लिखा कि पुतिन के स्वागत समारोह के बाद दोनों नेताओं के बीच आधिकारिक बातचीत हुई जो डेढ़ घंटे तक चली. इसके बाद दोनों नेताओं ने अकेले में भी एक-दूसरे से बातचीत की.

किम ने किया यूक्रेन में रूसी युद्ध का समर्थन
बातचीत के दौरान किम ने यूक्रेन में रूसी युद्ध का समर्थन किया. पुतिन ने किम के समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद दिया और कहा कि रूस यूक्रेन समेत रूस की सभी नीतियों पर लगातार समर्थन के लिए आभारी है.
पुतिन उत्तर कोरिया की प्रगति से प्रभावित दिखे और उन्होंने कहा, 'पिछली बार साल 2000 में जब मैं यहां आया था, उसके बाद से प्योंगगयांग ने जो तरक्की की है, वो तारीफ के काबिल है. शहर काफी सुंदर बन गया है जिसका श्रेय उत्तर कोरिया के लोगों को जाता है. मैं उम्मीद करता हूं कि किम और मेरी अगली मुलाकात मॉस्को (रूस की राजधानी) में होगी.'

24 सालों में पहली बार उत्तर कोरिया के दौरे पर पुतिन
पुतिन 24 सालों में उत्तर कोरिया की अपनी पहली यात्रा पर हैं. अपनी इस यात्रा के दौरान पुतिन ने कहा कि दोनों देश न्याय, संप्रभुता के लिए पारस्परिक सम्मान, बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था की स्थापना में बाधा डालने की पश्चिमी कोशिशों का मजबूती से विरोध करना जारी रखेंगे.
पुतिन की उत्तर कोरिया यात्रा ऐसे वक्त में हो रही है जब कोरिया यूक्रेन में रूस के युद्ध को जारी रखने के लिए जरूरी हथियारों की आपूर्ति कर रहा है. बदले में रूस उसे आर्थिक सहायता और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर कर रहा है जिसे लेकर डर है कि किम उसे अपने परमाणु कार्यक्रम में इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि, दोनों ही देश इस बात से इनकार करते हैं कि उत्तर कोरिया रूस को हथियार मुहैया करा रहा है.