अमेरिका के रॉबर्ट फ्रांसिस प्रिवोस्ट को आठ मई को रोमन कैथोलिक चर्च का नया पोप चुना गया था. उन्हें पोप लियो XIV का नाम दिया गया. यह पहली बार था जब अमेरिका का कोई नागरिक इस पद पर पहुंचा. लेकिन अब पोप की अमेरिकी नागरिकता विवादों में आ गई है.
कई रिपोर्ट्स में ऐसा कहा जा रहा है कि पोप लियो रजिस्टर्ड रिपब्लिकन वोटर हैं जिन्होंने बीते कई चुनावों में वोट दिया है. इलिनोइस स्टेट बोर्ड ऑफ इलेक्शन के मुताबिक, रॉबर्ट (69) इलिनोइस के विल काउंटी के रजिस्टर्ड वोटर हैं और वह पिछले 13 साल से वोट करते आ रहे हैं. ऐसे में उनके ट्रंप समर्थक होेन पर भी सवाल उठ रहे हैं.
इलिनॉइस में वोटर किसी राजनीतिक पार्टी के साथ आधिकारिक रूप से रजिस्टर नहीं होते. लेकिन प्राइमरी में वोटर उस समय यह चुनते हैं कि वे किस पार्टी (रिपब्लिकन या डेमोक्रेट) की प्राइमरी में वोट देना चाहते हैं. इसका मतलब है कि प्रिवोस्ट का रिपब्लिकन प्राइमरी में वोट करना उन्हें रजिस्टर्ड रिपब्लिकन नहीं बनाता.
रॉबर्ट प्रिवोस्ट उर्फ पोप लियो ने 2012, 2014 और 2016 में रिपब्लिकन प्राइमरी में वोट किया है, जिसमें 2012 और 2016 की प्रेसिडेंशियल प्राइमरी भी शामिल है. उन्होंने 2010 में डेमोक्रेटिक प्राइमरी और 2008 में डेमोक्रेटिक प्रेसिडेंशियल प्राइमरी में भी वोट किया था. 2024 के प्रेसिडेंशियल इलेक्शन में भी उन्होंने वोट किया था लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने इस दौरान किसे वोट दिया था.