पाकिस्तान का राष्ट्रीय एयरलाइंस पाकिस्तान एयरलाइंस आखिरकार बिक गई है. इस्लामाबाद में कॉम्पिटिटिव बिडिंग प्रोसेस के बाद इसे 135 अरब पाकिस्तानी रुपये में बेच दिया गया. पाकिस्तान तीन दशकों से अपने एयरलाइंस को बेचने की कोशिश कर रहा था. लेकिन लचर मैनेजमेंट, पुराने पड़ चुके फ्लीट और खस्ता हालत की वजह से कोई भी पूंजीपति इसपर पैसा लगाने को तैयार नहीं था.
कई सालों से पाकिस्तान के लिए राष्ट्रीय शर्मिंदगी की वजह बन चुके पाकिस्तान एयरलाइंस का निजीकरण सालों की फाइनेंशियल दिक्कतों और फेल रिवाइवल प्लान के बाद घाटे में चल रही एयरलाइन से बाहर निकलने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
प्राइवेटाइजेशन सेरेमनी इस्लामाबाद में हुई और इसमें तीनों प्री-क्वालिफाइड बिडर शामिल हुए. इनमें लकी सीमेंट, प्राइवेट एयरलाइन एयरब्लू और इन्वेस्टमेंट फर्म आरिफ हबीब शामिल थे.
'टेरर विज्ञापन' के लिए तीखी आलोचना
इस साल के शुरुआत में पाकिस्तान एयरलाइंस ने अपना एक ऐसा विज्ञापन जारी किया था. जिससे लोगों को 9/11 आतंकी हमले की याद आ गई थी.
इस विज्ञापन में पीआईए के एक प्लेन को एफिल टावर की तरफ उड़ता हुआ दिखाया गया था.
यह विज्ञापन पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की फ्रांस की राजधानी के लिए फ्लाइट्स फिर से शुरू होने पर जारी किया गया था. इसका कैप्शन था "पेरिस, हम आज आ रहे हैं."
कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स ने इस विज्ञापन की तुलना 11 सितंबर 2001 को अमेरिका में हुए आतंकवादी हमलों से की.
एक यूज़र ने X पर लिखा था, "यह विज्ञापन है या धमकी?" दूसरे ने कंपनी से "अपने मार्केटिंग मैनेजर को नौकरी से निकालने" की मांग की थी.
9/11 के आतंकी हमलों के दौरान अल कायदा के आतंकियों ने दो विमानों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में घुसा दिया था. ये अमेरिका का सबसे बड़ा आतंकी हमला था. इस हमले में लगभग 4 हजार लोग मारे गए थे. इस इमेज को X पर लाखों लोग देख चुके हैं.
पाकिस्तान के जियो न्यूज के मुताबिक तब प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस मामले की जांच के आदेश दिए थे. जबकि उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने भी इस विज्ञापन की आलोचना की थी.
विवादों से अनजान नहीं है PIA
PIA विवादों से अनजान नहीं है. बीबीसी के अनुसार कुछ X यूज़र्स ने बताया कि 1979 में एयरलाइन ने एक विज्ञापन पब्लिश किया था जिसमें एक पैसेंजर जेट की परछाई ट्विन टावर्स पर दिख रही थी.
2017 में देश की सबसे बुरी हवाई दुर्घटनाओं में से एक के बाद बुरे लक को दूर करने के लिए स्टाफ द्वारा एक बकरी की बलि देने पर एयरलाइन का मजाक उड़ाया गया था.
2019 में PIA ने तब हंगामा खड़ा कर दिया जब उसने फ्लाइट अटेंडेंट से पतला होने या ग्राउंडेड होने के लिए तैयार रहने को कहा. तब स्टाफ को बताया गया था कि उनके पास "एक्स्ट्रा वज़न" कम करने के लिए छह महीने हैं.
2021 में PIA का एक बोइंग 777 विमान मलेशिया में 14 मिलियन डॉलर के पट्टा विवाद के कारण जब्त कर लिया गया था. इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा छेड़ दी थी. मलेशियाई अधिकारियों ने विमान को तबतक उड़ान नहीं भरने दिया जबतक बकाये को चुकाने पर सहमति नहीं बन गई. इस दौरान यात्री परेशान रहे.
कई बार तो ऐसी नौबत आई जब कनाडा और ब्रिटेन में पीआईए के विमानों को इंधन ही नहीं भरने दिया गया. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि पीआईए ने इन हवाई अड्डों पर बकाये का भुगतान ही नहीं किया था. कई बार तो नगद भुगतान करने के बाद ही इन विमानों को ईंधन सप्लाई की गई.
ऐसे ही मौके यूरोप में आए जब पेमेंट न होने पर PIA के विमानों को फ्यूल भरने से मना कर दिया. एडवांस पेमेंट देने के बाद ही इन विमानों को ईंधन की सप्लाई की गई. यूरोप में PIA को दिवालिया एयरलाइंस की तरह माना गया और इसे हाई-रिस्क एयरलाइन कहा गया. यह तरीका नेशनल एयरलाइंस के लिए बहुत कम होता है और वैसे विमानन कंपनियों के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है जो बंद होने वाली होती हैं, अथवा जिस एयरलाइंस पर डिफॉल्टर का ठप्पा लगा रहता है.