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शहबाज शरीफ का संदेश लेकर रूस पहुंचा पाकिस्तानी डेलिगेशन, लावरोव ने दिया सीधा संवाद का सुझाव

पाकिस्तानी डेलिगेशन रूस पहुंचा और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का पत्र रूसी राष्ट्रपति पुतिन को सौंपा. रूस ने भारत-पाक सीधे संवाद की आवश्यकता बताई और क्षेत्रीय तनाव को कम करने पर जोर दिया. प्रधानमंत्री शहबाज के विशेष सहायक तारिक फातमी ने रूस को दक्षिण एशिया की हालिया स्थिति पर विस्तृत जानकारी दी है.

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शहबाज़ शरीफ का संदेश लेकर रूस पहुंचा पाकिस्तान डेलिगेशन
शहबाज़ शरीफ का संदेश लेकर रूस पहुंचा पाकिस्तान डेलिगेशन

भारत ने 6-7 मई की रात से 10 मई तक दुश्मन मुल्क पाकिस्तान में ताबड़तोड़ हमले कर उसके कई सैन्य और आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. हर मोर्चे पर मार खाने के बाद पाकिस्तान ने गिड़गिड़ाकर सीजफायर का आग्रह किया. जिसके बाद दोनों देशों के बीच 10 मई को सीजफायर पर सहमति बनी. जिसके बाद दोनों देश अपने-अपने डेलिगेशन को कई देशों में भेजकर अपना पक्ष रख रहे हैं.

भारत पाकिस्तान को आतंक के मुद्दे पर बेनकाब करने में जुटा है. दुनियाभर के मुल्कों में भारतीय डेलिगेशन ने जाकर पाक को एक्सपोज कर दिया है. भारत का देखा-देखी करते हुए पाकिस्तान भी अपना डेलिगेशन कई मुल्कों में भेज रहा है. 

इसी क्रम में पाकिस्तानी डेलिगेशन मंगलवार को रूस पहुंचा. इस दौरान डेलिगेशन ने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के एक विशेष पत्र को सौंपा. यह पत्र रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को संबोधित है. यह पत्र मॉस्को में प्रधानमंत्री के विशेष सहायक सैयद तारिक फातमी ने लावरोव को सौंपा. ये जानकारी रूस की सरकारी समाचार एजेंसी TASS के अनुसार ने दी है.

पाकिस्तान का ये डेलिगेशन ऐसे समय पहुंचा है जब ठीक एक दिन पहले भारतीय संसद के बहु-प्रांतीय विधानसभा दल के नेतृत्व में डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि ने रूस के समक्ष पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर एक्सपोज किया. इस दौरान रूस ने भारत के आतंकवाद के खिलाफ जीरो-टॉरेंस पॉलिसी का समर्थन किया.

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यह भी पढ़ें: 'वे चारों देश खुश...', शहबाज शरीफ का बड़बोलापन, विदेश में भी बजाए भारत के खिलाफ फर्जी जीत के ढोल

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीधे तौर पर बातचीत की जरूरत है ताकि आपसी विश्वास बढ़ाया जाए. समाचार एजेंसी ने रूसी विदेश मंत्रालय के हवाले से ये जानकारी दी.

पाकिस्तानी पक्ष की अपील: सहयोग और समर्थन

तारिक फातमी ने रूस को दक्षिण एशिया की हालिया स्थिति पर विस्तृत जानकारी दी है. साथ ही रूस के साथ एनर्जी, परिवहन समेत विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की इच्छा जताई. 

तारिक फातमी के समक्ष भारत के साथ चले चार दिनों के संघर्ष के बारे में पाकिस्तान का पक्ष सामने रखा. 

बता दें कि भारत से हर मोर्चे पर मार खाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने तुर्की, ईरान, अज़रबैजान और ताजिकिस्तान का दौरा 25 से 30 मई के बीच किया था.

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