scorecardresearch
 

परमाणु हथियारों के अवैध प्रसार पर अधिक ध्यान देने की जरूरत: UNSC में भारत

भारत ने सोमवार को इंटरनेशनल कम्युनिटी को परमाणु हथियारों के नेटवर्क, उनके वितरण प्रणाली आदि के अवैध प्रसार पर ध्यान देने की जरूरत को रेखांकित किया.

Advertisement
X
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला
स्टोरी हाइलाइट्स
  • भारत ने यूएनएससी की ब्रीफिंग को किया संबोधित
  • परमाणु हथियारों के अवैध प्रसार पर ध्यान देने की बताई जरूरत

भारत ने सोमवार को इंटरनेशनल कम्युनिटी को परमाणु हथियारों के नेटवर्क, उनके वितरण प्रणाली आदि के अवैध प्रसार पर ध्यान देने की जरूरत को रेखांकित किया. आयरिश प्रेसीडेंसी के तहत आयोजित व्यापक परमाणु-परीक्षण-प्रतिबंध संधि पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने परिषद को बताया कि भारत ने वैश्विक परमाणु सुरक्षा को मजबूत करने में सक्रिय रूप से समर्थन और योगदान दिया है.

उन्होंने कहा, ''भारत परमाणु हथियारों से मुक्त दुनिया के लक्ष्य और परमाणु हथियारों को पूर्ण रूप से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है.'' श्रृंगला ने कहा कि भारत का मानना ​​है कि इस लक्ष्य को एक सार्वभौमिक प्रतिबद्धता और एक सहमत वैश्विक और गैर-भेदभावपूर्ण बहुपक्षीय ढांचे द्वारा चरण-दर-चरण प्रक्रिया के जरिए से पाया जा सकता है.

भारत ने परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन प्रक्रिया में भाग लिया और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) द्वारा आयोजित परमाणु सुरक्षा पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में नियमित रूप से भाग लेता भी रहा है. भारत परमाणु सुरक्षा संपर्क समूह का भी सदस्य है.

विदेश सचिव ने कहा, ''अंतरराष्ट्रीय समुदाय को परमाणु हथियारों के नेटवर्क, उनके वितरण प्रणाली, प्रासंगिक टेक्नोलॉजी के अवैध प्रसार पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है.'' श्रृंगला ने कहा कि भारत ने परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में दुनिया की कोशिशों में अहम भूमिका निभाई है और 1954 में परमाणु परीक्षण पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला देश था.

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement