मालदीव के विदेश मंत्री शाहिब अब्दुल्ला यूनाइटेड नेशन जनरल असेंबली के 76वें सत्र के अध्यक्ष का चुनाव जीत लिया है. मालदीव को कुल 143 वोट मिले, वहीं अफगानिस्तान को कुल 48 वोट पड़े. शाबिद अब्दुला सितंबर में अपना कार्यभार संभालेंगे.
मालदीव ने यह चुनाव बहुमत से जीत लिया है. मालदीव के खिलाफ कुल 48 देशों ने वोट किया. 193 सदस्यीय जनरल असेंबली में सोमवार को अध्यक्ष पद के लिए वोट पड़े थे, अब अब्दुल्ला शाहिद जनरल अंसेंबली की कमान सितंबर से संभालेंगे.
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद को यूएन जनरल असेंबली के 76वें सत्र के अध्यक्ष बनने के लिए शुभकामनाएं.
अब्दुल्ला शाहिद को 3/4 फीसदी से ज्यादा वोट मिले. इस दौरान किसी भी देश का वोट न तो अवैध रहा, न ही किसी देश के प्रतिनिधि अनुपस्थित रहे. यह पद वार्षिक आधार पर होता है. अलग-अलग क्षेत्रों के देश इस चुनाव में रोटेशन के आधार पर भाग लेते हैं. मौजूदा चुनाव एशिया-पेसिफिक समूह के अंदर आने वाले देशों के लिए था. यह सत्र 2021 से 2022 तक चलेगा. ऐसा पहली बार हो रहा है, जब मालदीव जनरल असेंबली का अध्यक्ष होने जा रहा है.
चीन की अब इस छोटे देश से तनातनी, फजीहत पर दी सफाई
दिसंबर 2018 में ही मालदीव ने अपनी ओर से अध्यक्ष पद के लिए अब्दुल्ला शाहिद का नाम प्रस्तावित किया था. उस दौरान कोई भी प्रत्याशी इस कतार में नहीं था. अब्दुल्ला शाहिद के पास अच्छी कूटनीतिक समझ है, जिसे वे क्षेत्र विशेष में दिखा भी चुके हैं.
मालदीव का भारत ने दिया साथ!
नवंबर 2020 में विदेश सचिव जब मालदीव दौरे पर आए थे, तभी देश ने मालदीव को समर्थन देने का निर्णय लिया था. तब उस वक्त वे अकेले ही इस चुनाव में हिस्सा लेने जा रहे थे. जुलाई 2021 के मध्य अफगानिस्तान के विदेश मंत्री जालमी रसूल भी इस लड़ाई में उतर गए. हालांकि अफगानिस्तान के चुनावी ऐलान से पहले ही मालदीव ने अपना जनसमर्थन जुटा लिया था, जिसकी वजह से उन्हें जीत मिली.
मालदीव से कोई भी जनरल असेंबली का प्रेसीडेंट अब तक नहीं चुना गया है. मालदीव और अफगानिस्तान दोनों देशों से भारत के रिश्ते अच्छे हैं. दोनों उम्मीदवार भारत के अच्छे दोस्त हैं. भारत ने अपनी प्रतिबद्धता पहले ही मालदीव के लिए जाहिर कर दी थी, इसलिए चुनाव में मालदीव के पक्ष में वोट दिया.
यह भी पढ़ें-
अफगानिस्तान के NSA ने पाकिस्तान को लेकर ऐसा क्या कहा कि कुरैशी बोले- मेरा खून खौल गया है
सऊदी अरब ने पाकिस्तान की बढ़ाई टेंशन, इमरान खान ने संभाला मोर्चा