जंग शुरू होने के बाद से रूस के हमलों का शिकार बनते आए यूक्रेन ने अब रूस के अंदर घुसकर हमला करना शूरू कर दिया है. हाल ही में यूक्रेनी सेना ने रूस की बॉर्डर में घुसकर कुर्स्क शहर में जमकर तबाही मचाई. रूस का कुर्स्क यूक्रेन के अहम शहर खारकीव से 85 मील (करीब 140 किलोमीटर) दूर है. यह शहर कुर, टस्कर और सीम नदियों के संगम पर स्थित है, जिसकी जनसंख्या 4 लाख 40 हजार है.
दरअसल, रूस की सेना इस इलाके में यूक्रेन के सैनिकों से जूझती रही. रूसी सीमा को तोड़कर पहुंचे यूक्रेन के सैनिकों ने यहां जमकर तबाही मचाई. रूसी अधिकारियों के मुताबिक यह रूस के किसी इलाके में यूक्रेन का अब तक सबसे बड़ा हमला है. उनका कहना है कि 1,000 यूक्रेनी सैनिकों ने 6 अगस्त की सुबह टैंकों और बख्तरबंद गाड़ियों के साथ रूस की सीमा में घुसपैठ की. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस हमले को यूक्रेन की 'उकसावे वाली कार्रवाई' बताया है.

पूर्व रूसी राष्ट्रपति ने कही ये बात
रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि यूक्रेन का हमला रूस को मोर्चे से संसाधन हटाने के लिए मजबूर करने और पश्चिम को यह दिखाने का प्रयास था कि यूक्रेन अभी भी लड़ सकता है. कुर्स्क हमले के बाद, रूस को अपने युद्ध के उद्देश्यों का विस्तार करके पूरे यूक्रेन पर कब्जा करना चाहिए.
पुतिन दे चुके हैं परमाणु जंग की चेतावनी
बता दें कि रूस और यूक्रेन में से कोई भी इस जंग में पीछे हटने को तैयार नहीं है. कुछ समय पहले ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी गठबंधन NATO को चेतावनी दी थी. उन्होंने चेताया था कि रूस और नाटो के बीच सीधा टकराव तीसरे विश्व युद्ध की तरफ पहला कदम होगा. साथ ही उन्होंने कहा था कि शायद ही कोई ऐसा मंजर चाहेगा. पुतिन ने सिर्फ तीसरे विश्व युद्ध की ही चेतावनी नहीं दी थी, बल्कि उन्होंने परमाणु युद्ध को लेकर भी आगाह किया था.