प्रभावशाली इस्लामी शख्सियतों में से एक इस्लामिक स्कॉलर शेख हमजा युसुफ को कनाडा में आयोजित एक कॉन्फ्रेंस में भीड़ के गुस्से का सामना करना पड़ा है. गाजा और इजरायल में जारी युद्ध को लेकर की गई टिप्पणी के कारण युसुफ को भाषण के दौरान बार-बार रोका गया और कॉन्फ्रेंस हॉल में फायर अलार्म बजाकर विरोध किया गया.
मिडिल ईस्ट को कवर करने वाली एक न्यूज वेबसाइट के मुताबिक, कनाडा के टोरंटो में आयोजित 'रिवाइविंग द इस्लामिक स्परिट कन्वेंशन' के दौरान दर्शकों में से कुछ लोगों ने शेख हमजा युसुफ के भाषण के दौरान उन पर फिलिस्तीनी मुद्दे को कमजोर करने और इजरायल के साथ संबंधों को सामान्य बनाने का समर्थन करने का आरोप लगाया है.
अमेरिकी इस्लामिक स्कॉलर शेख हमजा युसुफ को टोरंटो में इस विरोध का सामना ऐसे समय में करना पड़ा है जब हाल ही में उन्होंने गाजा पट्टी में इजरायली सैन्य कार्रवाई पर बोलते हुए कहा था कि कभी-कभी चुपचाप पीड़ित होना जरूरी होता है.
इजरायल के साथ रिश्ते को सामान्य बनाने का आरोप
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि हमजा युसुफ का विरोध करते हुए एक लड़की कहती है, " गाजा में हो रहे अत्याचार के लिए फिलिस्तीनियों को ब्लेम करना, सीरिया की आलोचना करना सही नहीं है. हम इजरायल के साथ रिश्तों को सामान्य बनाने के पक्ष में नहीं हैं. जो इसके पक्ष में है, वह गलत है. शेख हमजा युसुफ ढोंगी है."
इस आरोप पर सफाई देते हुए हमजा युसुफ कहते हैं, "आप जानते हैं, रिश्ते को सामान्य करने वाला मैं नहीं हूं. मैंने कभी भी इजरायल के साथ रिश्ते को सामान्यीकरण नहीं किया है.
Sheikh Hamza Yusuf faced interruptions and jeers at the RIS conference in Toronto recently when he suggested that "Sometimes it’s absolutely necessary to suffer in silence" while discussing the democide in the Gaza Strip. pic.twitter.com/e5WhK2KV1t
— Chris Hutchinson (@ChrisHu34451470) December 28, 2023
कौन हैं शेख हमजा युसुफ?
शेख हमजा युसुफ हैनसन प्रभावशाली इस्लामी शख्सियतों में से एक हैं. 17 वर्ष की उम्र में ही उन्होंने इस्लाम धर्म अपनाया था. मुस्लिम दुनिया के कुछ सबसे प्रमुख और सम्मानित शिक्षकों के साथ अरबी, इस्लामी न्यायशास्त्र और दर्शन का अध्ययन करने में शेख ने कई साल बिताए हैं.
शेख हमजा युसुफ को मुस्लिम दुनिया के बाहर भी इस्लाम का सबसे बेहतर स्कॉलर के रूप में देखा जाता है. वर्तमान में वह कैलिफोर्निया स्थित जायतुना कॉलेज के सह-संस्थापक और अध्यक्ष हैं. यह अमेरिका में पहला और एकमात्र मान्यता प्राप्त मुस्लिम कला महाविद्यालय है.