ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के पूर्व कमांडर मोहसिन रेजाई ने कहा है कि इजरायल भले ही हमारे परमाणु ठिकानों पर हमले का दावा कर रहा है, लेकिन हमारे परमाणु मैटेरियल सुरक्षित स्थानों पर हैं. पूर्व कमांडर मोहसेन रेजाई ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान कहा कि सभी इनरिच परमाणु सामग्री को न सिर्फ सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है, बल्कि ये न्यूक्लियर मैटेरियल इजरायली हमले में सुरक्षित हैं.
रिवोल्यूशनरी गार्ड के पूर्व कमांडर मोहसिन रेजाई ने कहा कि इजरायल भले ही ये समझ रहा है कि हमारी न्यूक्लियर साइट्स तबाह हो गई हैं, लेकिन हम पहले ही वहां मौजूद सारा मटेरियल (यूरेनियम) दूसरी जगह शिफ्ट कर चुके हैं.
उन्होंने कहा कि हमें मार्च में ही पता लग चुका था कि युद्ध होने को है.
मोहसिन रेजाई ने इजरायल पर हमला करते हुए कहा कि दुश्मन ने नतांज , इस्फहान, खानदाब और अराक परमाणु साइट पर हमला कर ये समझ लिया कि हमारे परमाणु ठिकानों को नष्ट कर देगा, लेकिन हमने वहां से संवर्धित परमाणु मैटेरियल पहले से ही हटा लिया था.
ईरानी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सदस्य मोहसिन रेजाई ने कहा कि अब कोई भी युद्ध विराम नए सिरे से युद्ध की ओर ले जाएगा. हमें दुश्मन को जो इस समय कमजोर स्थिति में है, युद्ध विराम के जरिए फिर से सक्रिय होने की अनुमति नहीं देनी चाहिए. हमने अपनी सैन्य क्षमताओं का 30% से भी कम इस्तेमाल किया है. हम धीरे-धीरे युद्ध को बढ़ा रहे हैं.
मोहसिन रेजाई पहले भी कर चुके हैं विवादित दावा
बता दें कि मोहसिन रेजाई वहीं जनरल हैं जिन्होंने दावा किया था कि अगर इजरायल कभी भी ईरान पर परमाणु हमला करता है तो पाकिस्तान ने हमसे कहा है कि वो भी इजरायल पर परमाणु हथियारों से हमला कर देगा.
लेकिन पाकिस्तान ने मोहसिन रेजाई के इस दावे को तत्काल खारिज कर दिया था. डिप्टी पीएम इशार डार ने पाकिस्तान की संसद में कहा था कि ऐसा कोई भी वादा पाकिस्तान ने नहीं किया है.
न्यूक्लियर मैटेरियल का क्या मतलब है
न्यूक्लियर मैटेरियल का मतलब यूरेनियम से है. परमाणु बम बनाने के लिए यूरेनियम की ही जरूरत होती है. यूरेनियम एक विखंडनीय (Fissile) पदार्थ है, इसका अर्थ है कि इसे न्यूट्रॉन से टकराने पर यह विखंडन (Fission) प्रक्रिया से गुजरता है, जिससे विशाल मात्रा में ऊर्जा मुक्त होती है. यही ऊर्जा परमाणु बम की विस्फोटक शक्ति है.
रिवोल्यूशनरी गार्ड के पूर्व कमांडर मोहसिन रेजाई के दावे का अर्थ यह है कि ईरान ने संवर्धित यूरेनियम को नतांज , इसफहान, खानदाब और अराक से हटाकर सुरक्षित स्थान पर रख लिया है और ये मैटेरियल अब इजरायली हमले से सुरक्षित हैं.
यूरेनियम का इनरिचमेंट (Enrichment) क्यों किया जाता है?
प्राकृतिक यूरेनियम में U-235 की मात्रा केवल 0.7% होती है, जबकि शेष 99.3% U-238 होता है. लेकिन दिक्कत यह है कि U-238 विखंडनीय नहीं है और थर्मल न्यूट्रॉन से टकराने पर यह केवल न्यूट्रॉन अवशोषित कर लेता है, जिससे चेन रिएक्शन रुक सकता है. यानी कि परमाणु बम बनने की प्रक्रिया बाधित हो सकती है. बोल चाल की भाषा में कहें तो इसलिए परमाणु बम बनाने के लिए U-235 को इनरिच किया जाता है यानी कि यूरेनियम में U-235 की मात्रा बढ़ाई जाती है. यह प्रक्रिया इनरिचमेंट कहलाती है.
इनरिचमेंट के बाद जब U-235 की सांद्रता 90% या अधिक हो जाती है तो इस यूरेनियम को हथियार-ग्रेड यूरेनियम कहा जाता है. इसके बाद चेन रिएक्शन तेजी से और कुशलता से होता है जिससे विस्फोट संभव हो पाता है.
बता दें कि इजरायल ने मुख्य रूप से नतांज, फोर्डो, अराक और इस्फहान न्यूक्लियर साइट पर हमले किए है. इनमें नतांज को सबसे अधिक नुकसान हुआ है. फोर्डो और इस्फ़हान पर नुकसान सीमित था, लेकिन इन हमलों की वजह से ईरान का परमाणु कार्यक्रम अस्थायी रूप से बाधित हुआ है.