केंद्र की मोदी सरकार की ओर से गैर-बासमती चावल के निर्यात पर लगाया गया बैन पाकिस्तान के लिए वरदान साबित हो रहा है. अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर (यूएसडीए) के मुताबिक, भारत के इस फैसले से पाकिस्तान को बंपर फायदा होने की उम्मीद है.
यूएसडीए ने अनुमान लगाया है कि चालू वित्त वर्ष में पाकिस्तान का चावल निर्यात पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 40 प्रतिशत ज्यादा होगा. जिससे पाकिस्तान को एक अरब डॉलर की अतिरिक्त कमाई होगी.
आगामी त्योहारी सीजन में घरेलू आपूर्ति को बढ़ावा देने और खुदरा कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए मोदी सरकार ने जुलाई 2023 में गैर-बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था. भारत दुनिया का सबसे बड़ा चावल निर्यातक देश है. भारत के इस निर्णय से वैश्विक बाजार में चावल की कमी हो गई. जिससे पाकिस्तानी चावल की मांग बढ़ गई.
एक अरब डॉलर की अतिरिक्त कमाई
अमेरिकी कृषि विभाग के मुताबिक, चालू वित्तीय वर्ष में पाकिस्तान के चावल निर्यात में 40 प्रतिशत बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. जिससे पाकिस्तान का कुल चावल निर्यात 48 लाख टन हो जाएगा. चावल के अतिरिक्त निर्यात से पाकिस्तान को लगभग एक अरब डॉलर की अतिरिक्त कमाई होगी.
पाकिस्तान के लिए यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पाकिस्तान में गेहूं और कपास का भी बंपर उत्पादन हुआ है. गेहूं और कपास के बंपर उत्पादन के कारण पाकिस्तान की आयात पर निर्भरता कम हो जाती है. जिससे पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ने की संभावना है.
पाकिस्तान में चावल का बंपर उत्पादन
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के चावल निर्यात में बढ़ोतरी का मुख्य कारण भारत की ओर से चावल निर्यात पर बैन है. भारत के इस फैसले के बाद वैश्विक बाजारों ने पाकिस्तान की ओर रुख करना शुरू कर दिया. पिछले कुछ महीने के दौरान पाकिस्तान ने रूस और मैक्सिको को भी चावल निर्यात करना शुरू किया है. वहीं, इंडोनेशिया को भी पहले की तुलना में ज्यादा निर्यात कर रहा है.
पाकिस्तान में इस साल चावल का बंपर उत्पादन हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल पाकिस्तान का कुल चावल उत्पादन 90 लाख टन होने का अनुमान है. जबकि पिछले साल पाकिस्तान का कुल चावल उत्पादन 55 लाख टन ही था. हालांकि, पिछले साल चावल उत्पादन में कमी का एक प्रमुख कारण पाकिस्तान के बड़े भू-भाग में बाढ़ से भीषण तबाही थी.
यूएसडीए ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चालू वित्त वर्ष में 48 लाख टन पाकिस्तानी चावल का निर्यात होने का अनुमान है. जो वित्तीय वर्ष 2021-22 में किए गए निर्यात के बराबर है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में भी पाकिस्तान ने 48 लाख टन चावल का निर्यात किया था. हालांकि, अनुमान लगाया गया था कि पाकिस्तान 50 लाख टन चावल निर्यात करेगा.
पाकिस्तान दुनिया का चौथा सबसे बड़ा चावल निर्यातक देश है. पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर क्रमशः भारत, थाईलैंड और वियतनाम है. साल 2022-23 में चावल के कुल वैश्विक निर्यात में भारत का 40 फीसद योगदान था.