फिलिस्तीन के आतंकवादी संगठन हमास ने रविवार को इजरायल के दक्षिणी शहरों में रॉकेट दागे हैं, जिनमें से ज्यादातर रॉकेट इजरायली रक्षा सिस्टम ने हवा में ही मार गिराए. हमास ने दावा किया कि ये हमला उन्होंने गाजा में इजरायली सुरक्षाबलों द्वारा किए जा रहे नरसंहारों के जवाब में किया है.
इजरायली सेना ने बताया कि करीब 10 प्रोजेक्टाइल दागे गए, लेकिन उनमें से ज्यादातर को सफलतापूर्वक रोक दिया गया. हालांकि, इजरायली चैनल 12 ने दक्षिणी शहर अश्कलोन में सीधे हमले की जानकारी दी है, जिसमें कम से कम 12 लोगों के मामूली रूप से घायल हो गए हैं.
घटनास्थल पर भेजी गईं टीमें
इजरायली आपातकालीन सेवाओं ने कहा कि एक व्यक्ति छर्रे लगने से घायल हो गया है, जिसका इलाज किया जा रहा है. और टीमें घटनास्थल पर भेजी गई हैं. साथ ही इजरायली आपातकालीन सेवाओं द्वारा शेयर किए वीडियो में टूटी हुई कार और सड़क पर बिखरा मलबा नजर आ रहा है.
हमले के बाद इजरायली सेना ने जारी किया आदेश
हमले के तुरंत बाद इजरायली सेना ने एक्स पर एक नया आदेश जारी किया, जिसमें मध्य गाजा पट्टी के डेर अल-बलाह शहर के कई जिलों के निवासियों को पहले की रॉकेट फायरिंग का हवाला देते हुए अपने क्षेत्रों को छोड़ने का निर्देश दिया गया.
सैन्य चेतावनी में कहा गया, 'यह हमले से पहले अंतिम चेतावनी है.' बाद में उसने कहा कि उसने उस रॉकेट लांचर पर हमला किया, जिससे पहले गाजा पट्टी से प्रोजेक्टाइल दागे गए थे. इस बीच गाजा के स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि रविवार को गाजा पट्टी में इजरायली सैन्य हमलों में कम से कम 39 लोग मारे गए.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ बैठक के लिए वाशिंगटन जा रहे इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को उनके रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने रॉकेट हमले के बारे में जानकारी दी.
उनके ऑफिस द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि नेतन्याहू ने निर्देश दिया कि हमले की जोरदार प्रतिक्रिया की जाए और उन्होंने हमास के खिलाफ इजरायली सेना द्वारा गहन गतिविधि जारी रखने को मंजूरी दी.
हमले में 12 लोग हुए घायल
समाचार एजेंसी की रिपोर्ट की मानें तो इजरायल के चैनल 12 टेलीविजन ने अश्कलोन के बाजिलाई अस्पताल के अधिकारियों के हवाले से कहा कि गाजा से रॉकेट दागे जाने के परिणामस्वरूप कम से कम 12 लोग मामूली रूप से घायल हो गए हैं, जिनका इलाज किया गया है.
इजरायल और हमास के बीच सीजफायर का पहला चरण 15 महीने के युद्ध के बाद 19 जनवरी को लागू हुआ, जिसमें लड़ाई बंद करना, हमास द्वारा बंधक बनाए गए कुछ इजरायली बंधकों को रिहा करना, तथा कुछ फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा जाना शामिल था. हालांकि, 19 मार्च को इजरायल ने कहा कि उसके सैनिकों ने मध्य और दक्षिणी गाजा पट्टी में जमीनी ऑपरेशन फिर से शुरू कर दिया है. दोनों पक्षों ने सीजफायर वार्ता में गतिरोध के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराया.
फिलिस्तीनी अधिकारियों का कहना है कि गाजा में इजरायली हमले में 50,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं.