ग्रेटा थनबर्ग का संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन वाला भाषण सबको याद होगा. जब उन्होंने सभी वैश्विक नेताओं पर पर्यावरण को बचाने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए उनकी जबरदस्त खिंचाई की थी.
ग्रेटा ने इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को निशाने पर लिया है. गुरुवार को ग्रेटा ने अपने ट्विटर बायो में लिखा है, एक टीनेजर जो एंगर मैनेजमेंट की समस्या पर काम कर रही है. फिलहाल चिल कर रही हूं और पुरानी ओल्ड फैशन्ड फिल्म देख रही हूं.
दरअसल, ग्रेटा थनबर्ग को टाइम मैग्जीन ने 'पर्सन ऑफ द ईयर' चुना है. इस उपलब्धि पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए ट्रंप ने ग्रेटा को अपने गुस्से पर काबू रखने की नसीहत दी थी.
ट्रंप ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'बेहद हास्यास्पद. ग्रेटा को अपने ऐंगर मैनेजमेंट की समस्या पर काम करना चाहिए, इसके बाद उन्हें अपने एक दोस्त के साथ अच्छी ओल्ड फैशन्ड फिल्म देखने चाहिए. शांत हो जाओ ग्रेटा, शांत.'
So ridiculous. Greta must work on her Anger Management problem, then go to a good old fashioned movie with a friend! Chill Greta, Chill! https://t.co/M8ZtS8okzE
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) December 12, 2019
जिसके बाद ग्रेटा ने अपने ट्विटर हैंडल पर बायो चेंज कर लिया है.
सितम्बर महीने में ग्रेटा थनबर्ग ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिया था जोरदार भाषण
बता दें कि सितम्बर महीने में स्वीडन की 16 साल की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने संयुक्त राष्ट्र के उच्चस्तरीय जलवायु सम्मेलन के दौरान अपने भाषण से संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस सहित दुनिया के बड़े नेताओं को झकझोर दिया था.
ग्रेटा ने अपने भाषण में कहा, "आपने हमारे सपने, हमारा बचपन अपने खोखले शब्दों से छीना. हालांकि, मैं अभी भी भाग्यशाली हूं. लेकिन लोग झेल रहे हैं, मर रहे हैं, पूरा ईको सिस्टम बर्बाद हो रहा है."
अपने संबोधन के दौरान ग्रेटा भावुक हो गई और कहा, "आपने हमें असफल कर दिया. युवा समझते हैं कि आपने हमें छला है. हम युवाओं की आंखें आप लोगों पर हैं और अगर आपने हमें फिर असफल किया तो हम आपको कभी माफ नहीं करेंगे."
पर्यावरण कार्यकर्ता ने कहा, "हम सामूहिक विलुप्ति की कगार पर हैं और आप पैसों और आर्थिक विकास की काल्पनिक कथाओं के बारे में बातें कर रहे हैं. आपने साहस कैसे किया?"
ग्रेटा ने कहा कि दुनिया जाग चुकी है और आपको यहां इसी वक्त लाइन खींचनी होगी.
ग्रेटा ने दुनियाभर के बच्चों और आज की युवा पीढ़ी की आवाज को सामने रखते हुए कहा कि युवाओं को समझ में आ रहा है कि जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर आपने हमें छला है और अगर आपने कुछ नहीं किया तो युवा पीढ़ी आपको माफ नहीं करेगी.