अमेरिकी डेमोक्रेट्स सांसदों ने मंगलवार को कुछ ऐसे ईमेल्स सार्वजनिक किए हैं, जिनसे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जेफ्री एपस्टीन के बीच के संबंधों पर सवाल खड़े हो गए हैं.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, हाउस ओवरसाइट कमेटी ने सोशल मीडिया X पर इन ईमेल्स को पब्लिश किया है. ये ईमेल जेफ्री एपस्टीन, उनकी सहयोगी गिसलेन मैक्सवेल और लेखक माइकल वॉल्फ के बीच शेयर किए गए थे. इन ईमेल में एपस्टीन ने सीधे तौर पर ट्रंप का जिक्र किया है.
इन ईमेल्स में एपस्टीन ने दावा किया है कि ट्रंप ने उसकी एक पीड़िता के साथ उसके घर पर घंटों बिताए थे और ट्रंप उन लड़कियों के बारे में जानते थे, जिनमें से कई बाद में नाबालिग साबित हुईं.
हाउस ओवरसाइट कमेटी के डेमोक्रेट सांसद रॉबर्ट गार्सिया ने कहा कि ये नए दस्तावेज व्हाइट हाउस द्वारा छिपाई गई संभावित जानकारी और ट्रंप-एपस्टीन के रिश्तों पर सवाल उठाते हैं.
एपस्टीन ने अप्रैल 2011 में मैक्सवेल को लिखे ईमेल में कहा कि मैं तुम्हें ये बताना चाहता हूं जिस कुत्ते ने अभी तक मुंह नहीं खोला है, वह ट्रंप है. पीड़िता ने उसके (ट्रंप) साथ मेरे घर पर घंटों बिताए. लेकिन उसका नाम कभी नहीं लिया गया. इस पर मैक्सवेल ने जवाब दिया कि मैं भी इस बारे में सोच रही थी.
बता दें कि जनवरी 2019 में लेखक माइकल वॉल्फ को भेजे गए एक अन्य ईमेल में एपस्टीन ने कहा कि बेशक ट्रंप लड़कियों के बारे में जानता था क्योंकि उसने गिसलेन को ऐसा करने से मना किया था. यह ईमेल एपस्टीन की गिरफ्तारी से कुछ महीने पहले का बताया जा रहा है.
हाउस डेमोक्रेट्स ने जारी बयान में कहा कि एपस्टीन एस्टेट ने कुल 23,000 दस्तावेज जारी किए हैं, जिनकी ओवरसाइट कमेटी समीक्षा कर रही है.
सांसद रॉबर्ट गार्सिया ने कहा कि इन नए ईमेल से कई सवाल खड़े होते हैं, जिन्हें अब तक व्हाइट हाउस छिपाता आया है. गार्सिया ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप जितना एपस्टीन फाइलों को छिपाने की कोशिश करेंगे, हम उतना ही इन्हें उजागर करेंगे. इन ताजा ईमेल और पत्रो से सवाल खड़े होते हैं कि व्हाइट हाउस और क्या छिपा रहा है. साथ ही एपस्टीन और ट्रंप का रिश्ता किस तरह का था. न्याय विभाग को जल्द से जल्द एपस्टीन फाइलों को सार्वजनिक करना चाहिए. ओवरसाइट कमेटी इनके जवाब तलाशेगी और जब तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिलेगा, हम नहीं रुकेंगे.
बता दें कि जेफ्री एपस्टीन और डोनाल्ड ट्रंप 1980 के दशक के अंत और 1990 के दशक की शुरुआत से एक दूसरे को जानते थे. उस समय के पार्टी सर्किट में दोनों छाए रहते थे. सोशल इवेंट्स से लेकर गाला डिनर और क्लबों में दोनों को अक्सर गलबहियां करते देखा गया. एपस्टीन दरअसल ट्रंप के मार-ए-लागो क्लब का गेस्ट था. वर्जीनिया गिफ्रे नाम की एक पीड़िता ने दावा किया था कि वह मार-ए-लागो के स्पा में काम करती थीं और एपस्टीन और मैक्सवेल ने मार-ए-लागो से ही उससे संपर्क किया था.