अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ टूल ने दुनियाभर में हलचल मचा रखी है. एक तरफ वह टैरिफ को लेकर जापान सहित कई देशों के साथ बातचीत कर रहे हैं. वहीं चीन से टैरिफ को लेकर अमेरिका की ठन गई है. इस बीच ट्रंप ने इनकम टैक्स हटाने के संकेत दिए हैं.
ट्रंप ने एक इंटरव्यू में कहा है कि उनकी टैरिफ पॉलिसी से अमेरिका इतना राजस्व कमा सकता है कि इनकम टैक्स को पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है.
ट्रंप ने इंटरव्यू में क्या-क्या कहा?
फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में ट्रंप ने टैरिफ पॉलिसी पर चर्चा करते हुए कहा कि टैरिफ से इतनी आय हो सकती है कि हम इनकम टैक्स को पूरी तरह से खत्म कर सकते हैं. इसकी पूरी-पूरी संभावना है कि टैरिफ से होने वाली बेतहाशा आय की वजह से हम इनकम टैक्स को खत्म कर दें.
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि हम टैरिफ से इतना राजस्व कमा सकते हैं कि इनकम टैक्स को खत्म कर सकते हैं. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि 1870 से 1913 के बीच टैरिफ ही सरकार की आय का मुख्य स्रोत था और इस दौरान हमने टैरिफ से इतना पैसा कमाया कि हम सबसे अमीर मुल्क बन गए थे.
उन्होंने कहा कि इनकम टैक्स को खत्म कर अमेरिकी नागरिकों पर टैक्स के बोझ को कम किया जा सकेगा. टैरिफ से अन्य देशों पर टैक्स लगाकर अमेरिका को बेतहाशा फायदा होगा.
उन्होंने कहा कि 1880 के दशक में सरप्लस फंड को खत्म करने के उद्देश्य से एक समिति का गठन किया गया था लेकिन इससे 1913 में इनकम टैक्स सिस्टम की शुरुआत की. इसके साथ ही ट्रंप ने टैरिफ को ग्रेट डिप्रेशन से जोड़े जाने की आलोचना भी की. टैरिफ से हमें अरबों डॉलर मिलने जा रहे हैं. हम टैरिफ से एक दिन में दो से तीन अरब डॉलर कमा रहे हैं. हमने कभी इतना पैसा नहीं कमायाय.
ट्रंप ने सबसे पहले दो अप्रैल को लगभग 180 देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया था. इसके पीछे ट्रंप का तर्क था कि टैरिफ से अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार का सृजन होगा और इंपोर्ट पर निर्भरता कम होगी.
बता दें कि ट्रंप ने दो अप्रैल को 90 से अधिक देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लागू कर दिया था. ट्रंप ने सभी देशों पर 10 फीसदी का बेसलाइन टैरिफ लगाया था. इन देशों पर 11 से 50 फीसदी की दर के बीच रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया गया था, जो हर देश के साथ अमेरिका के व्यापार घाटे और उन देशों की ओर से अमेरिकी सामान पर लगाए गए टैरिफ पर आधारित था.
लेकिन नौ अप्रैल को ट्रंप ने चीन को छोड़कर सभी देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ पर 90 दिनों की रोक लगा दी थी. लेकिन 10 फीसदी का बेसलाइन टैरिफ जारी रखा था. ट्रंप ने मौजूदा समय में चीन पर 245 फीसदी टैरिफ लगा रखा है. जवाब में चीन ने अमेरिका पर 125 फीसदी टैरिफ लगा रखा है.