सीमा पर भले चीन भारत से विवाद सुलझाने की बातें करता हो लेकिन अंदर ही अंदर वह भारत के सटे बॉर्डर पर खुद को मजबूत करने में लगा है. ताजा जानकारी के मुताबिक, चीन भारत से सटे तिब्बत और शिनजियांग प्रांत में करीब 30 एयरपोर्ट का निर्माण कर रहा है. इनमें से कुछ एयरपोर्ट बन गए हैं तो कुछ का काम जारी है. बता दें कि यह चीन के दूरस्थ क्षेत्र हैं जो कि भारत से बिल्कुल सटे हैं.
न्यूज एजेंसी PTI की खबर के मुताबिक, तिब्बत में चीन बहुत तेजी से निर्माण कार्य में जुटा है. हाल ही में उसने एक हाई स्पीट बुलेट ट्रेन की शुरुआत की थी. जो कि तिब्बत की राजधानी ल्हासा को न्यिंग-ची से जोड़ती है. न्यिंग-ची तिब्बत का एक शहर है जो कि अरुणाचल प्रदेश की सीमा के पास है. अरुणाचल के कुछ इलाके पर भी चीन अपना दावा करता रहता है.
सेना के साथ-साथ तेजी से पहुंचा सकेगा हथियार
चीन द्वारा इन इलाकों में लगातार रेल, सड़क और हवाई सफर के बुनियादी ढांचे को सुधार रहा है, जिससे मिलिट्री जवानों के साथ-साथ सामान और हथियारों को जल्द से जल्द बॉर्डर पर पहुंचाया जा सकता है. तिब्बत और शिनजियांग प्रांत के लिए चीन ने 23 एयर रूट्स खोल भी दिए हैं. इससे नए रंगरूट और अफसरों आदि को तिब्बत और शिनजियांग से लाया और ले जाया जा सकता है. इसकी शुरुआत 1 सितम्बर को हुई थी. तब 115 दिग्गज अफसर एक चार्टेड फ्लाइट से शिगात्से हेपिंग एयरपोर्ट (तिब्बत) से चेंगदू, सिचुआन प्रांत पहुंचे थे.
तिब्बत पर कब्जे से बाद से चीन उसे पूरी तरह अपने रंग में ढालने की कोशिश कर रहा है. पिछले महीने खबर आई थी कि चीन ने तिब्बत में उसकी भाषा व प्रतीकों को अपनाने पर जोर दिया है.