बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही. अब आवासीय प्लॉट घोटाले मामले में ढाका मेट्रोपॉलिटन सीनियर स्पेशल जज की अदालत ने शेख हसीना, उनके बेटे सजीब वाजेद, और 16 अन्य लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. इससे पहले रविवार (13 अप्रैल, 2025) को शेख हसीना, उनकी बहन शेख रेहाना और भतीजी तुलीप सिद्दीकी के खिलाफ राजनीतिक शक्ति का दुरुपयोग कर जमीन हासिल करने के आरोप में गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया था.
क्या है पूरा मामला?
पूर्वाचल न्यू टाउन में प्लॉटों के अधिग्रहण में अनियमितताओं के दो मामलों में एंटी करप्शन कमीशन (एसीसी) की चार्जशीट पर सुनवाई के बाद अदालत ने वारंट जारी किया है. अभियोजन पक्ष के वकील के अनुसार, ज्यादातर आरोपी सरकारी अधिकारी थे.
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कोर्ट के एक अधिकारी ने बताया कि जज जाकिर हुसैन ने राजधानी ढाका और देश के विभिन्न पुलिस स्टेशन को आदेश दिया कि 29 अप्रैल को एक रिपोर्ट पेश करें कि क्या शेख हसीना और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया की नहीं. कोर्ट ने अधिकारियों से आदेश लागू करने की प्रगति को लेकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा, जिसके जवाब में एसीसी ने कहा कि वो भगोड़े हैं.
इससे पहले, 13 अप्रैल (रविवार) 2025 को बांग्लादेश के ढाका मेट्रोपोलिटन सीनियर स्पेशल जज जाकिर हुसैन ने प्लॉट घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में शेख हसीना, उनकी बहन शेख रेहाना, ब्रिटिश सांसद व भतीजी तुलीप रिजवाना सिद्दीकी और 50 अन्य लोगों के खिलाफ वारंट जारी किया था.
भारत में रह रहीं शेख हसीना
बांग्लादेश में 2024 में हिंसक आंदोलन के बाद शेख हसीना ने भारत का शरण लिया. 5 अगस्त, 2024 से हसीना भारत में रह रही हैं. आंदोलन इतनी हिंसक थी कि 16 साल लंबे आवामी लीग के शासन को हटा दिया गया. मोहम्मद यूनुस ने आधिकारिक तौर से भारत सरकार से हसीना को सौंपना का अनुरोध किया है.