scorecardresearch
 

शर्मिष्ठा पनोली पर केस करने वाले वजाहत खान के पीछे क्यों लगी पुलिस? कोलकाता से लेकर असम में केस

मुख्य शिकायतकर्ता वजाहत खान कादरी रशीदी के खिलाफ कोलकाता पुलिस में दो शिकायतें दर्ज कराई गई हैं. शिकायत में उन पर मां कामाख्या और भगवान श्रीकृष्ण के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया है. यह शिकायत भाजयुमो उत्तर कोलकाता के जिला अध्यक्ष सुबोध दास ने दर्ज कराई है.

Advertisement
X
शर्मिष्ठा पनोली पर केस करने वाले वजाहत खान के पीछे लगी पुलिस
शर्मिष्ठा पनोली पर केस करने वाले वजाहत खान के पीछे लगी पुलिस

विवादों में फंसी सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली के केस में मुख्य शिकायतकर्ता वजाहत खान कादरी रशीदी की भी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. वजाहत के खिलाफ कोलकाता और असम में कई शिकायतें दर्ज कराई गई हैं. आरोप है कि वजाहत ने सोशल मीडिया पर हिंदू देवी-देवताओं और समुदाय के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की है. 

क्या है शर्मिष्ठा पनोली केस?

दरअसल वजाहत खान ने ही शर्मिष्ठा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली को उनके एक वीडियो को लेकर गिरफ्तार किया गया है, जिसे बाद में हटा दिया गया था. इस वीडियो में शर्मिष्ठा ने कुछ बॉलीवुड सितारों की आलोचना की थी कि उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चुप्पी क्यों साधी हुई है. आरोप है कि इस दौरान उन्होंने एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं और विवाद पैदा हो गया. इसी के चलते पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई की और गिरफ्तारी हुई.

शर्मिष्ठा पनोली को 30 मई की देर रात गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया और कोलकाता लाया गया, जहां उन्हें मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. उनके द्वारा पोस्ट जिस वीडियो के कारण विवाद उत्पन्न हुआ था, उसे पनोली ने बाद में हटा दिया था और अपनी टिप्पणियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी.

Advertisement

वजाहत खान के खिलाफ शिकायतें

मुख्य शिकायतकर्ता वजाहत खान कादरी रशीदी के खिलाफ कोलकाता पुलिस में दो शिकायतें दर्ज कराई गई हैं. शिकायत में उन पर मां कामाख्या और भगवान श्रीकृष्ण के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया है. यह शिकायत भाजयुमो उत्तर कोलकाता के जिला अध्यक्ष सुबोध दास ने दर्ज कराई है. उन्होंने भारतीय न्याय संहिता की धारा 196(1)(ए), 299, 352 और 353(1)(सी) के तहत वजाहत खान पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया है.

गार्डनरीच थाने में भी शिकायत दर्ज

उन्होंने कहा कि यह भाषण घृणास्पद है, और इसे भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19(1)(ए) में दी गई अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हिस्सा नहीं माना जा सकता. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वजाहत खान के खिलाफ इसी तरह के कई और शिकायतें कोलकाता के अलग-अलग थानों में दर्ज की गई हैं. गार्डनरीच थाने में भी एक शिकायत दर्ज की गई है, जहां शर्मिष्ठा पनोली के खिलाफ मुख्य FIR दर्ज की गई थी. वजाहत खान के खिलाफ बंगाल बीजेपी नेता तरुणज्योति तिवारी ने शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने बिधाननगर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है.

असम में भी दर्ज कराई शिकायत

पश्चिम बंगाल के अलावा वजाहत खान के खिलाफ असम में भी FIR दर्ज की गई है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक्स पर लिखा, 'देवी मां कामाख्या के खिलाफ एक व्यक्ति द्वारा की गई अस्वीकार्य टिप्पणियों के संदर्भ में असम पुलिस की ओर से मामला दर्ज किया गया है और हम उस व्यक्ति को कानून का सामना करने के लिए असम लाने में पश्चिम बंगाल सरकार से सहयोग मांगेंगे.'

Advertisement

वजाहत खान पर क्या-क्या आरोप?

आरोप लगाया गया है कि वजाहत खान ने सोशल मीडिया पर हिंदुओं के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया. इसमें आगे कहा गया है कि खान ने हिंदू देवी-देवताओं को निशाना बनाते हुए अश्लील भाषा का इस्तेमाल किया और हिंदू धार्मिक परंपराओं और मंदिरों और त्योहारों का मजाक उड़ाया. वजाहत खान पर सांप्रदायिक तनाव भड़काने, सार्वजनिक शांति को बाधित करने और धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पोस्ट करने का आरोप लगाया गया है.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement