यूपी के फिरोजाबाद में तैनात एएसपी (ग्रामीण) अनुज चौधरी एक बार फिर सुर्खियों में हैं. नरेश नाम के बदमाश का एनकाउंटर करने के दौरान वो बाल-बाल बच गए. नरेश की गोली उनकी बुलेटप्रूफ जैकेट में जा धंसी. गनीमत रही कि उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ. वहीं, इस एनकाउंटर में बदमाश नरेश मारा गया. आइए जानते हैं अनुज चौधरी के बारे में...
बता दें कि हाल ही में संभल के चंदौसी सर्किल में तैनात रहे अनुज चौधरी का प्रमोशन हुआ है. वो सीओ से एएसपी हो गए हैं. उन्हें फिरोजाबाद जिले में तैनाती मिली है. संभल में रहते हुए चौधरी काफी चर्चा में रहे थे. जामा मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के बाद उनके सख्त तेवरों से बवालियों में डर का माहौल था. एक इंटरव्यू में सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी उनकी तारीफ की थी.
अर्जुन अवॉर्डी अनुज चौधरी 2012 में स्पोर्ट्स कोटे से PPS अफसर के रूप में पुलिस सेवा में आए थे. संभल में हुई हिंसा के बाद उनकी भूमिका और कड़ी कार्रवाई ने उन्हें राज्य स्तर पर चर्चा में ला दिया था. इसके अलावा, उनकी किष्किंधा रथयात्रा के दौरान हाथ में गदा लेकर चलने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थीं. होली पर उन्होंने रंग से बचने के लिए समुदाय विशेष के लोगों से घरों में रहने के लिए कह दिया था. विपक्ष ने इसपर सवाल भी उठाए थे.
गौरतलब है कि चौधरी न केवल एक सख्त पुलिस अधिकारी माने जाते हैं, बल्कि वो अपने खेल और फिटनेस के लिए भी जाने जाते हैं. उनका सीओ से ASP बनना करियर में एक बड़ी उपलब्धि है. विभाग में उनके साथी अफसरों का मानना है कि वो जहां भी तैनात होंगे, वहां कानून व्यवस्था को मजबूती से कायम रखेंगे. इसकी बानगी बीते दिन फिरोजाबाद एनकाउंटर के दौरान देखने को मिली.
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मालूम हो कि मुजफ्फरनगर के बहेड़ी गांव निवासी पहलवान अनुज चौधरी ने कुश्ती में शानदार करियर बनाया. उन्होंने 2002 और 2010 के नेशनल गेम्स में दो सिल्वर मेडल और एशियाई चैंपियनशिप में दो ब्रॉन्ज मेडल जीते. वह 1997 से 2014 तक लगातार नेशनल चैंपियन रहे.
उन्हें 2001 में लक्ष्मण अवॉर्ड और 2005 में अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. उनकी इन उपलब्धियों के बाद, उन्हें स्पोर्ट्स कोटे से उत्तर प्रदेश पुलिस में नौकरी मिली और वह 2012 बैच के डिप्टी एसपी बनाए गए.