
उत्तर प्रदेश के हरदोई में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान एक हजार 150 जोड़ों ने एक साथ अपने जीवन साथी का साथ निभाने की रस्में पूरी कीं. इस समारोह में हिंदू धर्म के एक हजार 75 जोड़ों और मुस्लिम समाज के 75 जोड़ों की शादी हुई. इस मौके पर प्रदेश के श्रम मंत्री अनिल राजभर और श्रम राजयमंत्री महाहर लाल कोरी ने भी नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया.
जानकारी के मुताबिक, सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन हरदोई के सीएसएन डिग्री कॉलेज में किया गया है. इसका आयोजन प्रदेश के श्रम विभाग ने पंजीकृत कामगार परिवारों के लिए किया है. इस आयोजन में लखनऊ मंडल के सभी जिलों के पहुंचे जोड़ों ने एक साथ अपने जीवन साथी का साथ निभाने की रस्में पूरी कीं.
नव दंपतियों के बैंक खाते में दी गई धनराशि
इसमें एक हजार 75 जोड़ों ने एक दूसरे को वरमाला पहनाकर और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विवाह की रस्में पूरी कीं. वहीं, दूसरी ओर 75 जोड़ों का निकाह कबूल कराकर हाफिजों ने विवाह संपन्न कराया. सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल सभी जोड़ों के बैंक खाते में धनराशि के साथ निर्धारित वैवाहिक सामग्री और उपहार दिए गए.

परिजनों के खाने-पीने और बैंड बाजे की भी थी व्यवस्था
सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल हुए नव विवाहित जोड़ों और उनके परिजनों के लिए खाने-पीने और बैंड-बाजे की भी व्यवस्था की गई थी. इस कार्यक्रम में मंत्री अनिल राजभर, मंत्री मनोहर लाल कोरी, भाजपा जिलाध्यक्ष सौरभ मिश्र, अवध क्षेत्र के मंत्री पीके वर्मा, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सुखसागर मिश्र, बीजेपी नेता पारुल दीक्षित के साथ डीएम, एसपी और परिजनों ने नव दंपतियों को आशीर्वाद दिया.
कन्या का विवाह कराना बहुत पुण्य का काम- मंत्री अनिल राजभर
मामले में श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने कहा, "मैं अपने आप को बड़ा किस्मत वाला समझता हूं. मुख्यमंत्री जी के आदेश और श्रम विभाग की तरफ से तमाम बहनों के हाथों को पीला करने का कार्यक्रम चलाया गया. एक कन्या का विवाह कराना बहुत पुण्य के बराबर होता है. इस तरह का समारोह पहले भी किया गया है."
मंत्री अनिल राजभर ने आगे बताया, "सामूहिक विवाह का आयोजन इससे पहले गाजियाबाद में तीन हजार से ज्यादा, अयोध्या में एक हजार 700, विंध्यवासिनी नगरी मिर्जापुर में एक हजार 8 और प्रयागराज में एक हजार 226 जोड़ों का संपन्न कराया गया है. इस कार्यक्रमों के माध्यम से हम लोगों को बताना चाहते हैं कि किसी भी गरीब की बेटी उत्तर प्रदेश में बेसहारा नहीं है. उत्तर प्रदेश की सरकार उनके साथ खड़ी है और उनका सहारा है."