देश की सुरक्षा एजेंसियों ने ISIS की खौफनाक साजिश का बड़ा पर्दाफाश किया है. यूपी एटीएस (ATS) की ओर से दर्ज एफआईआर में चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं. एफआईआर के मुताबिक, भोपाल (मध्य प्रदेश) का रहने वाला अदनान, जो सोशल मीडिया पर @based.khilji नाम से इंस्टाग्राम अकाउंट चलाता था, उसने ज्ञानवापी मामले की सुनवाई करने वाले जज रवि कुमार दिवाकर को खुली धमकी दी थी.
इंस्टाग्राम अकाउंट पर किया था पोस्ट
अदनान ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर जज की तस्वीर लगाकर पोस्ट किया था- 'THE KAFIRS BLOOD IS HALAL FOR YOU THOSE WHO FIGHT AGAINST YOUR DEEN' यानि 'काफिर का खून हलाल है उन लोगों के लिए जो दीन के लिए लड़ रहे हैं.' इस पोस्ट में जज की फोटो पर आंखों के ऊपर लाल रंग से 'KAFIR' लिखा गया था.
जज के खिलाफ लोगों को भड़काया
एफआईआर में बताया गया है कि यह पोस्ट सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई और इससे अदनान ने अपनी विचारधारा से प्रभावित लोगों को ज्ञानवापी केस की सुनवाई कर रहे जज को निशाना बनाने के लिए भड़काया. जांच एजेंसियों के अनुसार, अदनान की यह हरकत न केवल दूसरे धर्म के लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करती है, बल्कि इससे समाज में वैमनस्य और नफरत फैलाने की साजिश रची गई थी.
एफआईआर में यह भी कहा गया है कि अदनान का यह कदम राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के दायरे में आता है, क्योंकि उसने भारत जैसे लोकतांत्रिक देश की न्यायपालिका के प्रति धार्मिक आधार पर अविश्वास और द्वेष फैलाने की कोशिश की.
2024 में दर्ज की गई थी एफआईआर
एजेंसियों का मानना है कि अगर अदनान की इन गतिविधियों पर समय रहते रोक नहीं लगाई जाती, तो किसी बड़ी अप्रिय घटना की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता था. यूपी एटीएस ने इस मामले में 2024 में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी, जिसके बाद ISIS से जुड़ी इस गहरी साजिश के कई सबूत सामने आए हैं.