अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख (22 जनवरी) काफी नजदीक आ गई है. इस भव्य समारोह की गूंज भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों में है. इसलिए प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां भी युद्धस्तर पर चल रही हैं. भव्य मंदिर के उद्घाटन से पहले अब जानकारी मिल रही है कि रामलला के लिए विशेष तौर पर कन्नौज से इत्र मंगवाया जा रहा है.
दरअसल, उत्तर प्रदेश के कन्नौज का इत्र दुनियाभर में प्रसिद्ध है. अमेरिका तक में इसकी काफी मांग है. यहां के इत्र व्यापारियों ने रामलला के लिए कई तरह के विशेष इत्र तैयार किए हैं. इन्हें 22 जनवरी को होने जा रहे राम मंदिर के उद्घाटन के लिए अयोध्या भेजा जाएगा.
कन्नौज में निकाली जाएगी रथ यात्रा
कन्नौज अटार्स एंड परफ्यूम्स एसोसिएशन के अध्यक्ष पवन त्रिवेदी के मुताबिक श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को विशेष प्रकार के इत्र और सुगंधित जल भेंट किए जाएंगे. कन्नौज के इत्र निर्माताओं ने रामलला के लिए खास सुगंध वाले इत्र तैयार किए हैं. इन्हें अयोध्या भेजे जाने से पहले रथ पर सवार कर कन्नौज में यात्रा भी निकाली जाएगी.
गुलाब जल से स्नान करेंगे रामलला
पवन त्रिवेदी ने आगे बताया कि रामलला के लिए गुलाब जल भी तैयार किया गया है, जिसका इस्तेमाल रामलला को स्नान कराने में किया जाएगा. भगवान के चारों ओर सुगंधित वातावरण बनाने के लिए कन्नौज के प्रसिद्ध इत्र जैसे अत्तर मिट्टी, अत्तर मोतिया, रूह गुलाब, चंदन का तेल और मेंहदी का उपयोग किया जाएगा.
जड़ी-बूटियों वाला इत्र भी होगा भेंट
सर्दी को ध्यान में रखते हुए कन्नौज के इत्र निर्माताओं ने रामलला के लिए 'अत्तर शमामा' भी तैयार किया है, जो ठंड से बचाने में मदद करता है. त्रिवेदी ने बताया कि इस विशेष इत्र को बनाने में जड़ी-बूटियों के मिश्रण का भी इस्तेमाल किया गया है.
मंदिर ट्रस्ट को मिला 2,400 किलो का घंटा
इस बीच राज्य सरकार ने बयान जारी कर बताया है कि एटा के जलेसर से 2,400 किलोग्राम का घंटा मंगलवार को राम मंदिर ट्रस्ट को सौंप दिया गया है. दावा किया जा रहा है कि एक ही ढलाई में तैयार की गई इस घंटी की आवाज 10 किलोमीटर तक जाएगी. इसके अलावा 51 किलोग्राम वजन वाली सात और घंटियां भी मंदिर के लिए ट्रस्ट को भेंट की गईं हैं.