
ब्राह्मण समुदाय तक अपनी पहुंच मजबूत करने के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) ने आज लखनऊ में प्रमुख ब्राह्मण नेताओं की मौजूदगी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस कार्यक्रम में अखिलेश यादव को भगवान परशुराम की प्रतिमा भेंट की गई.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सपा नेता पवन पांडे ने कानपुर की खुशी दुबे मामले और सुल्तानपुर के डॉ. घनश्याम तिवारी हत्याकांड जैसे उदाहरणों का हवाला देते हुए योगी सरकार पर ब्राह्मणों को निशाना बनाने का आरोप लगाया.
उन्होंने योगी सरकार द्वारा भगवान परशुराम की जयंती की छुट्टी रद्द करने का भी उल्लेख किया, जिसे शुरू में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पिछली सरकार ने घोषित किया था.
सपा की इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में गोरखपुर के बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी ने भी योगी सरकार पर ब्राह्मणों को परेशान करने का आरोप लगाया. वहीं, विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडे ने कहा कि मौजूदा सरकार समाज के एक खास वर्ग के पक्ष में काम करती है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में माता प्रसाद पांडे, अभिषेक मिश्रा और पूजा शुक्ला समेत कई प्रमुख ब्राह्मण नेताओं की मौजूदगी से पता चलता है कि सपा अपनी पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्य) रणनीति के साथ-साथ ब्राह्मण वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रही है. मौजूदा सरकार के तहत ब्राह्मणों के कथित उत्पीड़न को उजागर करके, सपा इस महत्वपूर्ण समुदाय का समर्थन हासिल करने का लक्ष्य रखती है.