यूपी के प्रतापगढ़ में स्कूली बच्चों से भरी बस को ARTO ने चेकिंग के दौरान पकड़ लिया और उस बस को ले जाकर अपने ऑफिस परिसर में खड़ी करवा दिया. इस दौरान धूप में बच्चे बस के अंदर ही कैद रहे. उधर, जब बच्चे समय पर अपने घर नहीं पहुंचे तो पैरेंट्स ने खोजबीन शुरू की. तब जाकर पता चला कि बच्चे तो ARTO ऑफिस में खड़ी स्कूली बस में 'कैद' हैं. पैरेंट्स ने इस घटना पर कड़ी नाराजगी जाहिर की और जमकर हंगामा किया. मामला अब चर्चा में आ गया है. ARTO ने भी सफाई दी है.
बता दें कि घटना बीते दिन की है, जब स्कूली बच्चों से भरी बस को एआरटीओ प्रवर्तन दिलीप गुप्ता ने चेकिंग के दौरान पकड़ लिया था. आरोप है कि मौके पर कार्यवाही के बजाय उन्होंने बच्चों और टीचरों से भरी स्कूल बस को जब्त कर अपने ऑफिस में ले जाकर खड़ी करवा लिया. जिसके चलते करीब दो घंटे तक छोटे-छोटे बच्चे तेज धूप में भूख-प्यास से परेशान रहे.
सूचना पाकर ARTO ऑफिस पहुंचे बच्चों के परिजनों ने जब हंगामा काटा तो अधिकारी ने मामले का संज्ञान लिया. अधिकारी की माने तो फिटनेस फेल होने पर बस को रोका गया था. कागज आदि देखने के बाद उसे खड़ी करवा लिया गया.
फिलहाल, बच्चों के पैरेंट्स ने आरटीओ के इस रवैये पर खासी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने घटना का वीडियो बनाकर डीएम से ARTO पर एक्शन लेने की मांग की है. वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे बच्चे और महिला टीचर धूप में खड़ी बस में बैठे हुए हैं. बाहर खड़े परिजन वीडियो बनाते हुए अधिकारी को खरी-खोटी सुना रहे हैं.
जब इस मामले में ARTO दिलीप गुप्ता से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि शासन के अनरूप चेकिंग अभियान चल रहा है. स्कूल वाहनों और अन्य वाहनों को चेक किया जा रहा था. इसी क्रम में एक स्कूल बस को चेक किया गया तो उसमें न ही परमिट था और न ही बीमा. ऐसे में उसको ऑफिस में खड़ा करा दिया गया और स्कूल प्रबंधन को सूचना दी गई. दूसरी बस लेकर आने और बच्चों को सुरक्षित छोड़ने के लिए कहा गया.