उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में एक छात्रा के अपहरण का मामला सामने आने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. माधोटांडा थाना क्षेत्र के एक सिख परिवार ने अपनी 22 वर्षीय बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराई थी. परिजनों के अनुसार युवती 17 दिसंबर से लापता थी. जब काफी तलाश के बाद भी उसका कोई सुराग नहीं मिला तो 18 दिसंबर को पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की और सर्विलांस के जरिए युवती की कॉल डिटेल खंगाली.
जांच में सामने आया कि युवती दिलनवाज नाम के एक युवक के संपर्क में थी, जो पेशे से फिजिक्स का टीचर है. पुलिस ने संदेह के आधार पर दिलनवाज को हिरासत में लिया. पूछताछ के दौरान उसके पास से एक चाबी मिली, जिसके बाद पुलिस उसके बताए गए पते पर पहुंची. चाबी से कमरे का ताला खोला गया तो अंदर युवती बंद हालत में मिली, जो बीते तीन दिनों से उसी कमरे में कैद थी.
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तीन दिन तक कमरे में बंद, बिस्कुट-नमकीन से गुजारा
पुलिस के मुताबिक युवती को खाने के लिए सिर्फ नमकीन और बिस्कुट दिए जा रहे थे. वह काफी डरी-सहमी हालत में मिली. पुलिस ने तुरंत युवती को सुरक्षित बाहर निकाला और आरोपी के साथ थाने ले आई. इसके बाद पूरे मामले की गहन जांच शुरू की गई. शुरुआती जांच में पता चला कि आरोपी शिक्षक और युवती के बीच कई सालों से संपर्क था.
जानकारी सामने आई कि दिलनवाज पीलीभीत के सेहरामऊ उत्तरी थाना क्षेत्र के गांव रायपुर का रहने वाला है. वह फिजिक्स का शिक्षक है और घर-घर बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ कस्बे में कोचिंग सेंटर भी चलाता था. तहसील भर से 9वीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राएं उससे पढ़ने आते थे.
किशोरावस्था से संपर्क, धर्मांतरण का आरोप
बताया गया कि वर्ष 2017 से 2019 के बीच दिलनवाज एक प्रतिष्ठित स्कूल में फिजिक्स पढ़ाता था. उसी दौरान माधोटांडा थाना क्षेत्र के एक गांव की 15–16 साल की किशोरी से उसकी पहचान हुई. आरोप है कि उसने प्रेम के जाल में फंसाकर किशोरी से नजदीकियां बढ़ाईं. बाद में वह 2020 में एक प्रतिष्ठित सिख संस्था अकाल एकेडमी के स्कूल में पढ़ाने लगा, लेकिन किशोरी से संपर्क बना रहा.
कुछ समय बाद किशोरी बरेली में ब्यूटी पार्लर का कोर्स करने चली गई, जहां भी दिलनवाज उससे संपर्क में रहा. जैसे-जैसे लड़की बड़ी होती गई, वह मुस्लिम रीति-रिवाजों को मानने लगी. आरोप है कि वह नमाज पढ़ने लगी और कुरान भी पढ़ती थी. एक दिन युवती के भाई ने उसे नमाज पढ़ते देखा, जिसके बाद घर में विवाद हुआ, लेकिन लोक-लाज के कारण मामला वहीं दबा दिया गया.
विदेश ले जाने की तैयारी का शक
चार दिन पहले 17 दिसंबर को युवती अचानक घर से लापता हो गई. परिजनों ने बताया कि वह अपने कपड़े और पासपोर्ट भी साथ ले गई थी. इसी आधार पर पुलिस को शक है कि आरोपी उसे विदेश ले जाने की फिराक में था. हालांकि पुलिस की तत्परता से उसकी योजना नाकाम हो गई और युवती को समय रहते बरामद कर लिया गया.
पुलिस ने जब दिलनवाज के मोबाइल की जांच की तो चैटिंग और अन्य सबूतों से पूरे मामले का खुलासा हुआ. आरोपी की उम्र करीब 30 साल बताई जा रही है. वह पहले से शादीशुदा है और उसकी दो बेटियां भी हैं. वह पूरनपुर में एक मुस्लिम मोहल्ले में किराए के मकान में रहता था. पुलिस जब वहां पहुंची तो मोहल्ले के लोगों ने बताया कि दिलनवाज को पुलिस यहीं से ले गई थी.
गंभीर धाराओं में मुकदमा, आरोपी जेल भेजा गया
इस मामले में पुलिस ने युवती के पिता की तहरीर पर अपहरण, दुष्कर्म, धर्मांतरण और पोक्सो एक्ट समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. पहले दर्ज गुमशुदगी का मामला अब गंभीर अपराध में बदल गया है. पुलिस ने युवती के बयान दर्ज कर लिए हैं और आरोपी से पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया है.
सीओ पूरनपुर डॉ. प्रतीक दहिया ने बताया कि माधोटांडा थाने में युवती की गुमशुदगी दर्ज हुई थी. जांच के दौरान युवती को बरामद कर लिया गया और आरोपी को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है. वहीं एएसपी विक्रम दहिया ने कहा कि बरामद युवती ने जबरन बंद रखने, धर्म परिवर्तन और गलत काम करने की बात बताई है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और अन्य पहलुओं को खंगाला जा रहा है.