UP By Election 2024: मुजफ्फरनगर के मीरापुर उपचुनाव में भारी बवाल देखने को मिला. वोटिंग के दौरान झड़प, पत्थरबाजी के बाद पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. इस बीच थाना काकरोली क्षेत्र के बूथ पर एक दारोगा पिस्टल लिए लोगों को खदेड़ते नजर आए. सामने खड़ी महिलाएं उनसे बहस कर रही थीं. इसका वीडियो सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शेयर किया और उक्त दारोगा पर एक्शन लेने की मांग की. इस घटना के बाद खुद एसएसपी ने सामने आकर सफाई दी.
एसएसपी ने कहा- यह वीडियो साजिश के तहत वायरल किया गया है. वीडियो अधूरा है. सच्चाई यह ही कि झड़प की सूचना पर पुलिस वहां पहुंची थी. जहां रोड जाम करने का प्रयास किया गया और पुलिस पार्टी पर पथराव किया गया. जब पुलिस फोर्स ने हल्का बल प्रयोग किया तो उपद्रवी मौके से भाग खड़े हुए और महिलाओं को आगे कर दिया.
मुजफ्फरनगर पुलिस का बयान
मीरापुर विधानसभा उपचुनाव में हुए बवाल पर मुजफ्फरनगर प्रशासन ने कहा कि 20 नवंबर को जारी मतदान के दौरान सूचना मिली कि थाना क्षेत्र ककरौली के पास दो पक्षों के बीच झगड़ा हो गया है. जिस पर पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा और हंगामा कर रहे लोगों समझा-बुझाकर हटाने का प्रयास किया. लेकिन उन लोगों के द्वारा पुलिस टीम पर ही पथराव शुरू कर दिया गया. ऐसे में पुलिस द्वारा सूक्ष्म बल प्रयोग कर हुड़दंग कर रहे लोगों को वहां से हटा दिया गया.
मौके पर मौजूद थाना प्रभारी ककरौली राजीव शर्मा द्वारा दंगा निरोधी उपकरण के साथ कानून-व्यवस्था की स्थिति को सामान्य करने के लिए कार्रवाई की गई. किसी को भी धमकाया नहीं गया. पुलिस टीम पर पथराव करने वालों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर विधिक एक्शन लिया जाएगा.
अखिलेश ने वायरल वीडियो को लेकर क्या कहा?
दरअसल, सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर दारोगा का वीडियो को शेयर करते हुए लिखा था कि 'मीरापुर के ककरौली थाना क्षेत्र के एसएचओ को चुनाव आयोग तुरंत निलंबित करे, क्योंकि वो रिवॉल्वर से धमकाकर वोटरों को वोट डालने से रोक रहे हैं.'
गौरतलब है कि जब खुद एसएसपी ने इस मामले में सफाई दी तो अखिलेश ने उनका वीडियो शेयर करते हुए एक और पोस्ट किया. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि 'जो डीएम के साथ बैठकर झूठ बोल सकते हैं, उनकी बात का विश्वास कौन करेगा.'
मीरापुर का गणित
आपको बता दें कि मीरापुर विधानसभा सीट पर बहुकोणीय मुकाबला है. इस सीट से एनडीए की ओर से राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के टिकट पर मिथिलेश पाल चुनाव मैदान में हैं. एनडीए की मिथिलेश के सामने समाजवादी पार्टी (सपा) उम्मीदवार सुम्बुल राणा, चंद्रशेखर की अगुवाई वाली आजाद समाज पार्टी के जाहिद हुसैन और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के शाहनजर मैदान में हैं.
मीरापुर सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो यहां मुस्लिम आबादी का बाहुल्य है. मीरापुर में करीब 40 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं. वहीं, जाट और गुर्जर मतदाताओं की तादाद भी अच्छी खासी है. त्यागी, पाल और दलित मतदाता भी इस सीट का परिणाम तय करने में अहम भूमिका निभाते हैं.