उत्तर प्रदेश के मऊ में जिला प्रशासन के आदेश पर राजस्व टीम ने भारी पुलिस की मौजूदगी में मुख्तार अंसारी के दो सहयोगियों के मकानों पर बुलडोजर चलवा दिया. इन दोनों ने सड़क के किनारे अवैध रूप से मकान का निर्माण कराया था. ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान क्षेत्राधिकारी नगर और सिटी मजिस्ट्रेट भी मौजूद रहे.
जानकारी के अनुसार, मऊ के थाना दक्षिणटोला में मुख्तार अंसारी के करीबी शाहिद लारी ने मऊ-आजमगढ़ रोड के पास 42 फीट में मकान निर्माण कराया, जबकि मऊ-आजमगढ़ मार्ग 30 मीटर है. इसके बीच 50 फीट छोड़कर निर्माण होना चाहिए था. इसके कारण सिटी मजिस्ट्रेट ने इस निर्माण को अवैध और मंजूरी के विपरीत माना और इसे 9 जनवरी को गिराने का आदेश दिया था. इसी को लेकर भारी पुलिस बल की मौजूदगी में मकान पर बुलडोजर चलवा दिया गया.

मुख्तार के दूसरे करीबी मिथिलेश राय ने अपनी पत्नी के नाम थाना सारायलखंसी क्षेत्र में मानकों के विपरीत मकान निर्माण कराया गया था. इसमें बेसमेंट में कमरे की दीवार को ध्वस्त करने का आदेश दिया गया था, उस पर भी बुलडोजर चलवा दिया गया है. शाहिद लारी और मिथिलेश राय यह दोनों मुख्तार अंसारी और उसके परिवार के करीबी रहे हैं.
कार्रवाई को लेकर क्या बोले सीओ सिटी?
बुलडोजर की कार्रवाई के समय मौके पर मौजूद मऊ नगर क्षेत्र के सीओ सिटी अंजनी कुमार पांडेय ने बताया कि मऊ में थाना दक्षिण टोला क्षेत्र के अंतर्गत शाहिद लारी नाम के व्यक्ति के द्वारा नक्से के विपरीत अपने धन बल और प्रभाव व नियमों को न मानते हुए और अपने बाहुबल से यह यह सोचकर कि मैं कुछ भी करूंगा तो कोई मुझे रोकेगा नहीं.
सीओ ने कहा कि यह कृत्य माफिया की तरह है, जिसको लेकर निर्माण कर रखा था. चिह्नांकन की प्रक्रिया पूरी कर कार्रवाई की जा रही है. मौके पर पुलिस बल है. मुख्तार से इनके संबंध को लेकर सीओ सिटी ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि यह बिना किसी शह के या मन में माफियागिरी के यह नहीं हो सकता. उनकी यह हठधर्मिता बिना किसी शह के नहीं हो सकती है.