यूपी के बलिया में हैरान करने वाली खबर सामने आई, जहां रसड़ा नगर पालिका के चेयरमैन और नाथ संप्रदाय मठ के महामंडलेश्वर के बीच हाथापाई हो गई. रामलीला कमेटी को लेकर विवाद हुआ था. देखते ही देखते ये विवाद इतना बढ़ा कि चेयरमैन और महामंडलेश्वर में मारपीट हो गई. इससे आक्रोशित महामंडलेश्वर धरने पर बैठ गए. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
मामला मंगलवार का है, जब रसड़ा थाना क्षेत्र में रामलीला कमेटी को लेकर नगर पालिका परिषद के चेयरमैन विनय शंकर जायसवाल और नाथ संप्रदाय मठ के महंत कौशलेंद्र गिरी के बीच झड़प हो गई. बताया जा रहा है कि बवाल के बाद चेयरमैन अपने कार्यालय में बैठे थे, जिन्हें पुलिस बाहर खींच लाई थी. जिसके बाद नगर पालिका के कर्मचारियों ने हाथ में झाड़ू लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया.
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आपको बता दें कि नगर पालिका परिषद कार्यालय और थाना एक ही परिसर में है. महामंडलेश्वर से हुई हाथापाई के बाद पुलिस द्वारा चेयरमैन के साथ की गई कार्रवाई से पालिका कर्मी बेहद खफा थे. उन्होंने इसका जमकर विरोध किया. महामंडलेश्वर ने भी विरोध-प्रदर्शन किया. मौके पर मौजूद लोगों ने इसका वीडियो बना लिया.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सावन महीने की तैयारियों के लिए महंत कौशलेंद्र गिरि बैठक कर रहे थे. आरोप है इस दौरान रामलीला मैदान में कुछ लोग नारेबाजी करने लगे. जिसका महंत ने विरोध किया तो दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई और फिर धक्का-मुक्की होने लगी. आखिर में मामला हाथापाई तक पहुंच गया.
किसी तरह बलिया पुलिस ने हालात को संभाला. घटना के बाद महंत धरने पर बैठ गए. उन्होंने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की. पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर धरना समाप्त कराया. महंत कौशलेंद्र गिरी ने पुलिस को दी गई शिकायत में आरोप लगाया कि चेयरमैन विनय शंकर जायसवाल और उनके साथियों ने मिलकर उन पर हमला किया. लात-घूंसों से मारपीट की, बदसलूकी की. उनके पेट और शरीर पर चोटें आई हैं.
इस पूरे मामले में चेयरमैन विनय शंकर जायसवाल ने कहा कि रामलीला के आयोजन को लेकर मैं वहां निरीक्षण करने गया था. इसी बीच महंत जी आए और कुछ लोगों को पुश करके हटाने लगे. इस बीच किसने उनपर अटैक किया पता नहीं. हम या हमारे लोग नहीं थे.