उत्तर प्रदेश में कानपुर के सेन पश्चिम पारा थाना क्षेत्र से एक बेहद संवेदनशील और झकझोर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक निजी स्कूल प्रशासन पर क्लास 2 के मासूम छात्र को पेन चोरी के आरोप में मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का गंभीर आरोप लगा है. आरोप है कि स्कूल की प्रिंसिपल और शिक्षकों ने बच्चे को इतना डराया-धमकाया कि वह घर पर अपनी कॉपियों और दीवारों पर 'HELP HELP' लिखने लगा और रात में नींद के दौरान भी डर के मारे बड़बड़ाता रहता था.
रमईपुर स्थित एक सोसाइटी में रहने वाले फौजी अभिषेक शंकर दुबे का 8 वर्षीय बेटा सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल में कक्षा 2 का छात्र है. बच्चे की मां पूनम दुबे के मुताबिक, बीते कुछ दिनों से उनका बेटा बेहद गुमसुम रहने लगा था. शुरुआत में परिवार को लगा कि यह सामान्य व्यवहार है, लेकिन जब बच्चा रात में नींद में बोलने लगा- 'मैम मैंने पेन नहीं लिया'- तो माता-पिता को शक हुआ.
मां ने जब प्यार से बच्चे से बात की तो उसने बताया कि स्कूल में एक पेन चोरी होने के आरोप में प्रिंसिपल और शिक्षकों ने उसे डराया, धमकाया और जबरन चोरी कबूल करवाने का दबाव बनाया. आरोप है कि स्कूल प्रशासन ने बच्चे का वीडियो भी बनाया. बच्चे ने यह भी बताया कि उसे धमकी दी गई थी कि अगर उसने घर में कुछ बताया तो उसे छत से फेंक दिया जाएगा, इसी डर के कारण उसने अपनी कॉपी में 'HELP' लिखा.
अगले दिन मां बच्चे को लेकर स्कूल पहुंचीं और क्लास टीचर संगीता मलिक, प्रिंसिपल अनुप्रीत रावत, टीचर स्वतंत्र अग्निहोत्री और डायरेक्टर देवराज सिंह से बात की. मां का कहना है कि जिस दिन चोरी का आरोप लगाया गया, उस दिन बच्चा स्कूल आया ही नहीं था. इसके बावजूद स्कूल प्रशासन ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि बच्चे ने खुद चोरी कबूल की है.
मामले से आहत मां ने सेन पश्चिम पारा थाने में स्कूल प्रशासन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
वहीं स्कूल प्रशासन की ओर से सफाई दी गई है कि एक इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल पेन गायब हुआ था, जिसकी पूछताछ के दौरान बच्चे ने पेन उठाने की बात स्वीकार की थी. स्कूल का दावा है कि इसके बाद बच्चे के माता-पिता नाराज हो गए और उन्होंने दबाव बनाते हुए शिकायत दर्ज कराई. फिलहाल पुलिस जांच के बाद ही सच्चाई सामने आने की बात कही जा रही है.