
उत्तर प्रदेश और बिहार में लगभग दो दर्जन आपराधिक मामलों में वांछित कुख्यात इनामी बदमाश सुमित उर्फ मोनू चवन्नी को मंगलवार तड़के यूपी STF और जौनपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया. चवन्नी के पास से AK-47 राइफल और 9mm की पिस्टल बरामद की गई है. उसपर एक लाख का इनाम घोषित था.
बता दें कि सुमित उर्फ मोनू चवन्नी पर जौनपुर, गाजीपुर, बलिया, मऊ, समेत बिहार में भी कुल 23 मामले दर्ज थे. वह भाड़े पर हत्या करने के लिए कुख्यात था. चवन्नी बिहार के माफिया डॉन रहे शहाबुद्दीन के लिए भी काम कर चुका था. एक समय शहाबुद्दीन और अन्य गिरोहों के लिए वो पैसे लेकर वारदात को अंजाम देता था.
मऊ का रहने वाला था मोनू चवन्नी
सुमित उर्फ मोनू चवन्नी मऊ का रहने वाला था. इस एनकाउंटर को UP STF और जौनपुर SOG की टीम ने अंजाम दिया. हालांकि, इस दौरान चवन्नी के दो साथी मौके से भागने में कामयाब रहे. उनकी तलाशी के लिए आसपास के थाना क्षेत्रों में सर्च अभियान चलाया जा रहा है.

मामले में जौनपुर के पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान सुमित सिंह के दो साथी भाग गए. उनकी तलाश की जा रही है. पुलिस के मुताबिक, बदलापुर की पीली नदी के पास जब एसटीएफ ने बदमाश को रोकने की कोशिश की तो उसने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी. जवाब में पुलिस ने फायरिंग की जिसमें वो घायल हो गया. इसके बाद उसको अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.
चवन्नी ने किया था शहाबुद्दीन के लिए काम
जानकारी के अनुसार, मोनू चवन्नी ने बिहार के माफिया रहे शहाबुद्दीन के लिए भी काम किया था. चवन्नी अक्सर कॉन्ट्रैक्ट किलिंग करता था, इसलिए वह और खूंखार हो गया था. एनकाउंटर के बाद उसके बाद से AK-47, पिस्टल, बोलेरो गाड़ी आदि बरामद हुई है.
बिहार के सिवान जिले में 2014 को बीजेपी सांसद के प्रतिनिधि और सर्राफ श्रीकांत भारती की हत्या में भी चवन्नी का नाम आया था. पुलिस के मुताबिक, चवन्नी बिहार में रहकर सुपारी किलर की तरह काम कर रहा था. बलिया में एक कारोबारी और उसके बेटे की गोली मारकर हत्या करने की वारदात में भी वो शामिल था.